देर रात हुई जानकारी पुलिस के अनुसार भगवान ने शनिवार को दिन में ही फांसी लगा ली थी। लेकिन कमरा बंद होने के कारण कुछ पता नहीं चला। लेकिन जब देर शाम तक वो कमरे से बाहर नहीं निकला तो हॉस्टल के दूसरे छात्रों ने उसके कमरे का दरवाजा खुलवाने की कोशिश की। दरवाज नहीं खुला तो उसे तोड़ा। फिर कमरे के भीतर का नजारा देख वो भी सन्न रह गए। कमरे में पंखे के सहारे उसका शव लटक रहा था। इस पर उन्होंने फौरन इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर रात में ही बॉडी निकलवा कर मोर्चरी में रखवा दिया था।
प्लेसमेंट न होने को लेकर था परेशान घटना के संबंध में एसीपी भेलूपुर प्रवीण कुमार सिंह का कहना है कि अब तक की पुलिस जांच में पता चला है कि वो प्लेसमेंट न होने से काफी परेशान था। दोस्तों संग बातचीत में वो अक्सर प्लेसमेंट को लेकर ही बात किया करता था। ऐसे में प्रथम द्रष्ट्या ये ही जान पड़ता है कि खुदकुशी का कारण प्लेसमेंट न होना ही है। उसके परिवार में एक बहन और एक बड़ा भाई तथा पिता कृष्ण कुमार सिंह हैं। पिता खेती करते हैं।
शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया रविवार सुबह शव को मोर्चरी से निकालवाकर पोस्टपार्टम के लिए भेजा गया। पुलिस इस मामले की हर एंगल से जांच कर रही है। अभी तक उसे छात्र के कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। घटना की सूचना मिलते ही प्राक्टोरियल बोर्ड के अधिकारी व सुरक्षाकर्मी भी हॉस्टल पहुंचे हैं। लेकिन अभी तक सब ने चुप्पी साध रखी है।