प्राचीन मूर्ति स्वयंभू ज्योतिर्लिंग भगवान विश्वेश्वर व अन्य के पक्षकार पंडित सोमनाथ व्यास व अन्य ने ज्ञानवापी में नय मंदिर का निर्माण व हिन्दुओं को पूजा पाठ करने का अधिकार देने की मांग को लेकर वर्ष 1991 में मुकदमा दायर किया था। कहा गया था कि मस्जिद ज्योर्तिलिंग विश्वेश्वर मंदिर का एक अंश है। वहां हिन्दू आस्थावाों को पूजा-पाठ करने के साथ पुनरोद्धार आदि कराने का अधिकार है। इसी प्रकरण में विपक्षी दल अंजुमन इंतजामिया मस्जिद व अन्य लोग है। वादी पंडित सोमनाथ व्यास के निधन के बाद उनका प्रतिनिधित्व वादमित्र पूर्व जिला शासकीय अधिवक्ता (सिविल) विजय शंकर रस्तोगी ने अदालत में इस प्रकरण को लेकर प्रार्थना पत्र दिया है जिस पर लंबे समय बाद सुनवाई शुरू हुई है।
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लंबे समय बाद शुरू हुई है सुनवाई
उक्त प्रकरण पर हाईकोर्ट ने स्टे लगाया था, जिसके चलते लंबे समय तक सुनवाई नहीं हुई थी। फिर से इस मामले की सुनवाई शुरू हुई है। एक पक्ष ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर ज्ञानवापी- विश्वनाथ मंदिर परिसर का पुरातात्विक सर्वेक्षण कराने की मांग की थी जिस पर कोर्ट से दूसरे पक्ष से आपत्ति मांगी थी। कोर्ट के निर्णय के बाद इस मामले की अगली सुनवाई 21 जनवरी को होगी।
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