पीएम नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में आयी बाढ़ से हजारों लोग प्रभावित हुए हैं। बाढ़ की स्थिति को देखने के लिए खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने हवाई सर्वे किया था। मध्य प्रदेश में हुई भारी बारिश से वहां के डैम खोले गये थे जिसके चलते ही गंगा का पानी खतरे के निशान से उपर बह रहा है। गंगा का जलस्तर बढ़ते ही वरुणा नदी में भी उफान आ गया था और गंगा से अधिक तबाही वरुणा ने मचायी थी। लेकिन अब स्थिति ठीक होने की उम्मीद बन गयी है। एक सप्ताह से लगातार वृद्धि होने के बाद गंगा का पानी घटने लगा है।
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बाढ़ का पानी उतरने के बाद रहता है बीमारी फैलने का खतरा
बाढ़ का पानी उतरने के बाद बीमारी फैलने का खतरा रहता है। अभी गंगा व वरुणा का जलस्तर बहुत अधिक है और पानी कम होने में समय लगेगा। इसके बाद प्रभावित क्षेत्रों में सफाई, पानी आपूर्ति व बिजली व्यवस्था को जल्द से जल्द सामान्य करना होगा। जिन इलाकों में बाढ़ आती है वहां पर डायरिया व स्किन से जुड़ी बीमारी तेजी से फैलती है। जिला प्रशासन ने पहले से ही सारी तैयारी करने का दावा किया है। बाढ़ के चलते उद्योग से लेकर फसल को भी भारी नुकसान पहुंचा है, जिसका आंकलन किया जा रहा है।
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बाढ़ का पानी उतरने के बाद बीमारी फैलने का खतरा रहता है। अभी गंगा व वरुणा का जलस्तर बहुत अधिक है और पानी कम होने में समय लगेगा। इसके बाद प्रभावित क्षेत्रों में सफाई, पानी आपूर्ति व बिजली व्यवस्था को जल्द से जल्द सामान्य करना होगा। जिन इलाकों में बाढ़ आती है वहां पर डायरिया व स्किन से जुड़ी बीमारी तेजी से फैलती है। जिला प्रशासन ने पहले से ही सारी तैयारी करने का दावा किया है। बाढ़ के चलते उद्योग से लेकर फसल को भी भारी नुकसान पहुंचा है, जिसका आंकलन किया जा रहा है।
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