बता दें कि इसी द्वार से गत 13 दिसंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गंगा स्नान के बाद गंगा जल लेकर मंदिर तक गए थे। अब ये मार्ग सभी श्रद्धालुोंओं के लिए खोल दिया जाएगा। ऐसे में श्रद्धालु सीधे गंगा स्नान करके गंगा द्वार से होते मंदिर के चौक क्षेत्र और मंदिर परिसर होते हुए गर्भगृह में जल गंगा अर्पित कर सकेंगे। श्रद्धालु जलासेन घाट पर बनी सीढ़ियों से होते हुए धाम में प्रवेश करेंगे। फिर मंदिर चौक से होते हुए सुरक्षा जांच के बाद गर्भगृह तक जा सकेंगे। हालांकि अभी श्रद्धालुओं को धाम में बने अन्य भवनों में प्रवेश करने के लिए थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा।
ये भी पढें- श्री काशी विश्वनाथ धाम में महाशिवरात्रि से सज जाएगी शिव की कचहरी इस संबंध में विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा का कहना है कि गंगा घाट पर चल रहे निर्माण के चलते गंगा की ओर से आने वाले मार्ग को रोका गया था, जिसे अब खोलने जा रहे हैं। इससे न केवल बाबा विश्वनाथ के दर्शन की सुविधा मिलेगी, बल्कि श्रद्धालु विश्वनाथ धाम परिसर के अन्य भवनों को भी देख सकेंगे। बताया कि महाशिवरात्रि को लेकर तैयारी चल रही है और 16 फरवरी से इसी को लेकर गेटवे ऑफ कॉरिडोर खोला जा रहा है, ताकि सारी व्यवस्था को महाशिवरात्रि तक पूर्ण कर ली जाय। बताया कि महाशिवरात्रि पर विश्वनाथ धाम में भीड़ को नियंत्रित करने और श्रद्धालुओं की अन्य सुविधाओं को लेकर मोबाइल ऐप भी शुरू किया गया है।