एफआईआर में बृजेश सिंह के बेटे सिद्धार्थ सिंह समेत सात लोगों को आरोपी बनाया गया है। वीडीए के अमीन विवेक पाठक की तहरीर पर यह कार्रवाई हुई है। तहरीर में आरोप लगाया गया है कि मुम्बई की कंस्ट्रक्शन कंपनियों ने फर्जीवाड़ा करके वीडीए की करोड़ों की जमीन को फर्जी ढंग से सट्टा कराया गया था। जिन कंपनियों का नाम फर्जी ढंग से सट्टा कराने में शामिल थे उसी एक कंपनी रघुकुल कंस्ट्रक्शन कंपनी डायरेक्टर बृजेश सिंह के बेटे सिद्धार्थ सिंह भी है इसी आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की है। अन्य आरेापी में कुमारी पुष्पलता, रामेश्वर प्रताप, पंकज कुमार सिंह, स्नेहलता गोयल, आलोक गोयल व साकिब जाफरूल का नाम शामिल है। कंस्ट्रक्शन कंपनियों के मालिक ने अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत से बड़ा खेल किया था जिसका खुलासा होने के बाद मामला अब न्यायालय में चला गया है जहां पर 17 अक्टूबर को इस मामले में सुनवाई होगी।
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जानिए क्या है मामला
कैंट थाना क्षेत्र से लालपुर जाने वाले मार्ग पर राय साहब का बगीचा नाम से काफी जमीन है। अरबन सीलिंग के तहत जिला प्रशासन ने राय साहब बगीचा की जमीन को अधिग्रहण किया गया था इस जमीन को वीडीए को सौपा गया था जहां पर विभूति नगर बसाने की योजना थी। वीडीए ने इस जमीन को विभूति नगर बसाने का प्रस्ताव शासन को भेजा है जहां पर उसे अनुमोदन नहीं मिला है। इस जमीन को लेकर मुकदमा भी चल रहा है। वीडीए ने हाईकोर्ट से मुकदमा जीता था इसी बीच दूसरा पक्ष प्रकरण को लेकर सुप्रीम कोर्ट चला गया था। आरोप है कि स्नेहलता व पुष्पलता ने १३ सितम्बर को जमीन का सट्टा एमएलसी बृजेश सिंह के पुत्र सिद्धार्थ सिंह , माकिब जाफरूल इस्लाम, दादू डेवलेपर्स के नाम सट्टा कर दिया था। मामला जब मीडिया में पहुंचा तो हड़कंप मच गया। वीडीए ने सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने साथ ही जमीन पर अपना बोर्ड भी लगाया है।
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कैंट थाना क्षेत्र से लालपुर जाने वाले मार्ग पर राय साहब का बगीचा नाम से काफी जमीन है। अरबन सीलिंग के तहत जिला प्रशासन ने राय साहब बगीचा की जमीन को अधिग्रहण किया गया था इस जमीन को वीडीए को सौपा गया था जहां पर विभूति नगर बसाने की योजना थी। वीडीए ने इस जमीन को विभूति नगर बसाने का प्रस्ताव शासन को भेजा है जहां पर उसे अनुमोदन नहीं मिला है। इस जमीन को लेकर मुकदमा भी चल रहा है। वीडीए ने हाईकोर्ट से मुकदमा जीता था इसी बीच दूसरा पक्ष प्रकरण को लेकर सुप्रीम कोर्ट चला गया था। आरोप है कि स्नेहलता व पुष्पलता ने १३ सितम्बर को जमीन का सट्टा एमएलसी बृजेश सिंह के पुत्र सिद्धार्थ सिंह , माकिब जाफरूल इस्लाम, दादू डेवलेपर्स के नाम सट्टा कर दिया था। मामला जब मीडिया में पहुंचा तो हड़कंप मच गया। वीडीए ने सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने साथ ही जमीन पर अपना बोर्ड भी लगाया है।
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