कलेक्ट्रेट परिसर से बाहर आये तेज बहादुर यादव ने मीडिया को खुद बताया कि उनका नामांकन निरस्त हो गया है और निर्वाचन अधिकारी से लिखित रुप में इसकी जानकारी मिल गयी है। तेज बहादुर यादव ने कहा कि चुनाव आयोग ने जिन दस्तावेजों के लिए नोटिस दी थी वह मंगा लिए गये थे इसके बाद भी उनका नामांकन निरस्त किया गया है। निर्वाचन अधिकारियों ने कहा कि दस्तावेज देने के लिए आपको सुबह ११ बजे का समय दिया गया था निर्धारित समय तक दस्तावेज नहीं मिलने के चलते ही नामांकन खारिज किया गया है। तेज बहादुर यादव ने कहा कि यहां के जिलाधिकारी पर उपर का दबाव बहुत था इसलिए नामांकन निरस्त किया गया है। तेज बहादुर यादव ने कहा कि वह अब कोर्ट जा सकते हैं। फिलहाल पार्टी जैसा कहती है उसी अनुसार आगे की कार्रवाई की जायेगी।
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सपा व बसपा गठब्ंाधन से अब शालिनी यादव लड़ेंगी चुनाव
पीएम नरेन्द्र मोदी के खिलाफ तेज बहादुर यादव का पर्चा निरस्त हो जाने के बाद शालिनी यादव ही गठबंधन की प्रत्याशी हो सकती है। एक संभावना यह भी है कि तेज बहादुर यादव कोर्ट जाते हैं और चुनाव को लेकर उन्हें कुछ राहत मिलती है तभी समीरण बदल सकते हैं।
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