वाराणसी. बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के एपीआरओ डॉ. राजेश सिंह का पीआरओ बनना तय माना जा है। बुधवार को पीआरओ पद के लिए हुए साक्षात्कार में महज दो दावेदार ही उपस्थित हुए। इन दोनों में डॉ राजेश का पलड़ा भारी बताया जा रहा है। सूत्रों से मिली खबर के अनुसार बीएचयू का पीआरओ बनने के लिए कुल 33 लोगों ने आवेदन किया था। इसमें केवल तीन लोगों को कॉल लेटर जारी हुआ। उसमें से भी साक्षात्कार के लिए पहुंचे सिर्फ दो लोग। इसमें एक थे एपीआरओ डॉ राजेश सिंह तो दूसरे थे डॉ. शंभु दत्त पांडेय। बताया जा रहा है कि डॉ पांडेय मानव भारती विश्वविद्यालय सलोन में कार्यरत हैं। बता दें कि डॉ. राजेश सिंह 2007 से एपीआरओ पद पर कार्यरत हैं। इसी बीच पीआरओ डॉ. विश्वनाथ पांडेय 28 फरवरी 2014 को सेवानिवृत्त हो गए। तब से पीआरओ का पद रिक्त था और डॉ राजेश ही सारा काम देख रहे थे। बतादें कि डॉ. पांडेय 1989 से 2014 तक पीआरओ रहे। बाद में विश्वविद्यालय के शताब्दी वर्ष में उन्हें शताब्दी वर्ष समारोह का विशेष कार्याधिकारी बनाया गया था। सूत्रों ने बताया कि साक्षात्कार लेने के लिए दो विशेषज्ञों को बुलाया गया था जिसमें एक थे महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के पत्रकारिता संस्थान के निदेशक प्रो. ओपी सिंह। सूत्रों बताते हैं कि प्रो. ओपी सिंह और डॉ राजेश सिंह बेहद करीबी रिश्तेदार भी हैं। इतना ही नहीं डॉ राजेश ने प्रो. सिंह के निर्देशन में ही अपनी पीएचडी भी की है।