एसीपी ने रुकवाया चहारदीवारी निर्माण कार्य बता दें कि विश्वनाथ धाम कॉरिडोर निर्माण के दूसरे चरण में बाहरी क्षेत्र का निर्माण कार्य जारी है। विगत दिनों से ढुंढिराज गणेश के समीप अन्नपूर्णा मंदिर के सामने दीवार खड़ी करने का कार्य आरंभ हुआ था। इस दीवार को लेकर मंगलवार को विवाद खड़ा हो गया। इसकी सूचना पर मौके पर पहुंचे एसीपी दशाश्वमेध अवधेश पांडेय ने तत्काल प्रभाव से काम रोकवा दिया।
अन्नपूर्णा मठ-मंदिर के सदस्यों व दुकानदारों ने शुरू किया था प्रदर्शन जानकारी के मुताबिक, विगत कई दिनों से अन्नपूर्णा मंदिर के सामने दीवार खड़ी करने का कार्य चल रहा है। मंगलवार को दीवार की बाउंड्री खड़ी करने को लेकर विवाद हो गया। अन्नपूर्णा मठ मंदिर के सदस्य और स्थानीय व्यापारियों ने दीवार खड़ी करने को लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। मामले को शांत कराने के लिए तत्काल कार्य रुकवा दिया गया।
अन्नपूर्णा मंदिर महंत का आरोप, विश्वनाथ मंदिर प्रशासन बात से मुकर रहा इस मामले में अन्नपूर्णा मंदिर के महंत शंकर पुरी ने बताया कि पूर्व में विश्वनाथ मंदिर प्रशासन के अधिकारियों से बात हुई थी कि गली चौड़ी होगी, जिससे दोनों ही मंदिरों में आने-जाने वाले भक्तों को किसी तरह की असुविधा न हो। दोनों मंदिरों के बीच गेट लगवाने की भी बात हुई थी। पर विश्वनाथ मंदिर प्रशासन अपनी बातों से अब मुकर रहा। कहा कि मैंने कमिश्नर, कलेक्टर और मुख्यकार्यपालक अधिकारी को फोन किया पर उन सभी का फोन नहीं उठा। उन्होंने कहा कि, जब तक बाउंड्री नहीं हटायी जाएगी तब तक हम लोग शांत नहीं बैठेंगे। मैं मंदिर प्रशासन से तत्काल यह मांग करता हूं कि दिवार तुरंत हटा कर उत्तर और दक्षिण की तरफ़ गेट लगाने का काम करें। इससे सारा विवाद ख़त्म हो जाएगा। उन्होंने कहा कि, जानबूझकर विवाद करने की कोई आवश्यकता नहीं है।
कहीं कोई विवाद नहीं है, कुछ मिसअंडरस्टैंडिंग हो गई थी इस संबंध में विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने कहा कि कहीं कोई विवाद नहीं है। अन्नपूर्णा मंदिर प्रशासन को कुछ मिस अंडरस्टैंडिंग हो गई थी जिसे बातचीत से दूर कर लिया गया है। विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने अपनी जमीन छोड़ते हुए दीवार निर्माण का फैसला लिया है। अब सब कुछ सामान्य है। वहां एक गेट भी लगाया जाएगा।