लखनऊ. यूपी के वाराणसी जिले में दिव्यांग क्रिकेटरों ने व्हीलचेयर पर अपने हुनर का परचम लहराया। सिगरा स्थित सम्पूर्णानंद स्पोर्ट्स स्टेडियम में पूर्वांचल के अलग-अलग जिलों से क्रिकेट खेलने आए खिलाड़ियों ने चौके-छक्के लगाकर लोगों को हैरान कर दिया। खास बात यह है कि सभी क्रिकेटर्स दिव्यांगजन थे। क्रिकेट के मैदान में दिव्यांग क्रिकेटरों की धुंआधार बैटिंग,बॉलिंग और फील्डिंग देख प्रशंसकों ने ताली बजाकर खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाया। दिव्यांगजनों को क्रिकेट खेलता देख लोगों ने उनके हौसले को सलाम किया।
मिर्जापुर- वाराणसी के बीच रही कांटे की टक्कर दर्शकों के बीच आकर्षण का केंद्र बने इस मैच में मिर्जापुर और वाराणसी की टीम के बीच कांटे की टक्कर रही। मिर्जापुर की टीम ने 16 ओवर में 154 रन बनाकर जीत हासिल की। वाराणसी की टीम ने भी मैदान में बखूबी ही अपना प्रदर्शन किया। 16 16 ओवर के इस मैच में वाराणसी की टीम ने 152 रन बनाए।
नेशनल टूर्नामेंट का होगा आयोजन मैच के आयोजक उत्तम ओझा ने कहा कि दिव्यांग क्रिकेट टूर्नामेंट को प्रयोग के तौर पर वाराणसी में आयोजित केराया गया है। यह टूर्नामेंट बड़े लेवल पर भी होना है। उन्होंने कहा कि इन दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए राज्य और नेशनल स्तर पर भी देशभर के प्लेयर्स को इक्कठा कर नेशनल टूर्नामेंट भी आयोजित करेंगे। उन्होंने मांग की है कि सरकार दिव्यांग क्रिकेट को मान्यता दे और पैरा ओलंपिक में व्हीलचेयर क्रिकेट का भी आयोजन हो सके।
दिव्यांग क्रिकेट को सरकार दे मान्यता दिव्यांग इन्टरनैशनल खिलाड़ी ललित पाठक ने इस खेल पर खुशी जताते हुए इच्छा जताई कि दिव्यांग क्रिकेट को सरकार को मान्यता देनी चाहिए। इससे देश के दिव्यांगों का उत्साह बढ़ेगा और उनमें स्पोर्ट्स से जुड़े रहने की रुची भी बढ़ेगी। दिव्यांग खिलाड़ियों को इससे समाज की मुख्य धारा से जुड़ने का मौका मिलेगा।
ओलंपिक के लिए प्रयास प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र से दिव्यांग उत्थान का प्रयास इस क्रिकेट प्रतियोगिता के जरिये शुरू किया गया है। टीम के सदस्यों को नेशनल टूर्नामेंट में खिलाने की इच्छा है। टीम के कुछ सदस्य ओलंपिक के लिए प्रयास कर रहे हैं।