स्वर्णमयी मां अन्नपूर्णा का छोटी दीपावली से अन्नकूट पर्व तक के दर्शन भोर में 4 बजे से रात्रि 11 बजे तक होगा। वीआईपी समय शाम 5 से 7 रहेगा। भक्त मंदिर के प्रथम तल पर माता के दर्शन कर सकेंगे। दर्शन करने आने वालों को मां के खजाने के रूप में चावल, धान का लावा और सिक्का (अठन्नी) दिया जाएगा। यह सिक्का भक्तों के लिए कुबेर से कम नहीं है। मान्यता है कि देवी के इस खजाने को जो भी भक्त पाता है उसे वह अपने लॉकर में रखता है। उस पर खजाने वाली देवी की कृपा बनी रहती है और उसे धन-धान्य की कमी नहीं होती है। मां अन्नपूर्णा के दर्शन के लिए दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से लोग आते हैं।
कोविड प्रोटोकॉल से होंगे दर्शन सुरक्षा के साथ माता का दर्शन श्रद्धालुओं को मिलेगा। कोविड-19 के बचाव के लिए जारी गाइडलाइन का पालन करवाते हुए भक्तों को दरबार में प्रवेश दिया जाएगा। मंदिर में जगह-जगह वालंटियर तैनात किए जाएंगे। थर्मल स्कैनिंग और हैंड सैनिटाइजेशन के बाद भक्तों को माता के दरबार में प्रवेश दिया जाएगा। भक्तों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग भी कराई जाएगी।