देव दीपावली के दिन सुरक्षा व्यवस्था बेहद सख्त रहेगी। गंगा घाट पर भारी संख्या में पुलिसकर्मी की तैनाती करने के साथ ही ड्रोन कैमरे से भी नजर रखी जायेगी। इसके अतिरिक्त गंगा नदी में भी नाव पर सवार होकर सुरक्षाकर्मी लगातार घाटों पर नजर रखेंगे। जिला प्रशासन के समाने देव दीपावली से पहले गंगा घाट की सफाई करना सबसे बड़ी चुनौती है। राजघाट से लेकर अस्सी तक सफाई अभियान चलाया जा रहा है। निर्धारित अवधि में घाटों से गाद हटाना बहुत कठिन है। इसके लिए जेसीबी तक लगायी गयी है। इस बार गंगा का जलस्तर बहुत दिनों तक अधिक बना हुआ था इसलिए गंगा घाट पर इस बार देर से सफाई शुरू की गयी है।
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सूरज अस्त होते ही जल उठेंगे 11 लाख दीपक
12 नवम्बर को शाम को सूरज अस्त होते ही गंगा घाट पर लाखों लोग दीपक जल उठेंगे। देव दीपावली का नजारा देखने के लिए लाखों लोगों की भीड़ घाट पर जमा होती है। सोमवार से ही देशी व विदेशी पर्यटकों का काशी आना शुरू हो गया है। इस बार जिला प्रशासन ने बजड़े पर मंच नहीं बनाने का निर्देश दिया है जिससे समिति के लोगों में नाराजगी है और महाआरती नहीं करने का ऐलान किया है। देव दीपावली के दिन इस बार आम दिनों में होने वाली गंगा आरती ही होगी। २५ साल में पहली बार यह परम्परा टूटने जा रही है।
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