हालातों को देखते हुए चिंता आईएमएस बीएचयू के रेजिडेंट पहले से ही डेंगू की चपेट में आ गए हैं। दंत चिकित्सा विज्ञान संकाय के करीब दस से अधिक रेजिडेंट डेंगू के चपेट में हैं और अपना इलाज करा रहे हैं। रेजिंडेट्स ने प्रभारी कुलपति को संकाय में बढ़े मच्छरों को लेकर पत्र लिखा था। वाराणसी में भयावह होते हालातों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन, नगर-निगम, क्षेत्रिय विधायक सुरेंद्र नारायण सिंह और सौरभ श्रीवास्तव, बीएचयू अस्पताल प्रशासन और जलकल विभाग की बैठक बुलाई गई, जिसमें पूरे शहर में एंटी लार्वा छिड़काव की बात पर सहमति बनी। बैठक में यह भी कहा गया कि तत्काल ऐसे स्थानों को चिन्हित कर पानी हटाया जाए जहां जलजमाव की स्थिति है।
बनारस के 35 एरिया डेंगू से प्रभावित बनारस में सामने घाट, लंका, भगवानपुर, छित्तूपुर, नगवां, बीएलडब्ल्यू, राजेंद्र विहार कॉलोनी, अस्सी, भदैनी, कबीरचौरा, शिवाला, खोजवा, फुलवरिया, सुंदरपुर, रवींद्रपुरी, नरिया, सेंट्रल जेल, दुर्गाकुंड, सीर गोवर्धन समेत कुल 35 एरिया सबसे ज्यादा डेंगू से प्रभावित हैं। बनारस के अन्य सरकारी अस्पतालों की हालत भी दयनीय बनारस के अन्य अस्पतालों के हाल भी कमोबेश ऐसे ही हैं। मंडलीय अस्पताल कबीर-चौरा में दस बेड का डेंगू वार्ड बना दिया गया है। प्रोटोकॉल के हिसाब से मरीजों को बेड पर मच्छरदानी लगाने को कहा गया है।