सिंगल विंडो सिस्टम पर जोर लोगों को आसानी से उनकी मंशा के अनुसार ऑक्सीजन प्राप्त हो सके, इसके लिए सिंगल विंडो सिस्टम खोलने पर जोर दिया जा रहा है। ऑक्सीजन बॉटलिंग प्लांट के द्वारा यह जानने में आसानी होगी कि एक प्लांट पर कितने लोग व्यक्तिगत रूप से ऑक्सीजन के लिए आ रहे हैं, जिससे वहां समस्या हो रही है।
2017 में हुआ था बंद दरेखु में आस्थाना कामरूप गैस ऑक्सीजन प्लांट के नाम से खुला था। उद्यमी अजय कुमार आस्थाना का प्लांट रोहनिया के दरेखू में खुला था लेकिन 2017 में बिजली उत्पादन की समस्या के चलते इसे बंद कर दिया गया था। अब जब प्रदेश में भारी मात्रा में ऑक्सीजन की डिमांड है ऐसे में लोगों की जान बचाने के लिए प्लांट को फिर से शुरू करने पर विचार किया गया है। प्लांट का उत्पादन दो सप्ताह में शुरू करने की उम्मीद जताई गई है।