एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि क्राइम ब्रांच प्रभारी राजीव रंजन उपाध्याय व सारनाथ एसओ विजय बहादुर सिंह खुलासे में जुटे हुए थे कि मुखबिर से सूचना मिली की हत्याकांड में शामिल दो बदमाश बाइक व स्कूटी से पहडिय़ा की तरफ आने वाले हैं। क्राइम ब्रांच व पुलिस ने मुखबिर द्वारा बताये गये स्थान पर पहुंच कर बदमाशों के आने का इंतजार करने लगे। इसी बीच दो पहिया वाहन से दो युवक आते हुए दिखायी पड़े। पुलिस ने जब उन्हें रुकने का इशार किया तो वह हड़बड़ा गये। बदमाशों ने भागने का प्रयास किया लेकिन बाइक से फिसल कर गिर पड़े। पुलिस ने दोनों को पकड़ कर तलाशी ली तो एक पिस्टल बरामद हुई। पूछ ताछ में देानों ने अपना नाम प्रभु नारायण निवासी थाना चौबेपुर व नितिश पांडेय निवासी आशापुर बताया। पूछताछ में दोनों ने स्वीकार किया कि व्यापार की लूट व हत्या में वह अपने साथियों के साथ शामिल थे उनकी भूमिका लूट के दौरान पब्लिक को बदमाशों के पास रोकने की थी। बदमाशों को पकडऩे में क्राइम ब्रांच प्रभारी व सारनाथ एसओ के साथ एसआई प्रदीप यादव, पुनदेव सिंह, सुरेन्द्र मौर्य, राम भवन, घनश्याम वर्मा आदि पुलिसकमी शामिल थे।
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बुद्धू सोनकर सहित दो फरार बदमाश जल्द पकड़े जायेंगे
एसएसपी आनंद कुलकर्णी के अनुसार लूट व हत्या में कुल पांच बदमाश शामिल थे दो पकड़े गये हैं जबकि बुद्धू सोनकर व दो अन्य बदमाश अभी फरार है। बुद्धू सोनकर ने ही प्रभु नारायण व नितिश पांडेय को बुलाया था वहां पर दो बदमाश और थे। वही पर व्यापारी से लूट की योजना बनी थी। बुद्धू सोनकर ने कहा था कि लूट की रकम पांच लाख से अधिक होगी तो दोनों बदमाशों को 80-80 हजार रुपये मिलेंगे। यदि पांच लाख से कम पैसे मिले तो दोनों को 50-50हजार रुपये मिलेंगे। योजना के तहत २२ जुलाई को दुकान बंद करने के बाद बदमाशों ने व्यापारी धर्मेन्द्र गुप्ता का पीछा किया था पकड़े गये बदमाश कॉलोनी के बाहर ही खड़े थे जबकि दो अन्य बदमाशों ने गोली मार कर व्यापारी से पैसा लूट लिया था। गोली चलने की आवाज सुनते ही पकड़े गये बदमाश वहां से फरार हो गये थे और अब लूटे गये पैसे में अपने हिस्सेदारी लेने जा रहे थे लेकिन पुलिस ने पकड़ लिया।
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एसएसपी आनंद कुलकर्णी के अनुसार लूट व हत्या में कुल पांच बदमाश शामिल थे दो पकड़े गये हैं जबकि बुद्धू सोनकर व दो अन्य बदमाश अभी फरार है। बुद्धू सोनकर ने ही प्रभु नारायण व नितिश पांडेय को बुलाया था वहां पर दो बदमाश और थे। वही पर व्यापारी से लूट की योजना बनी थी। बुद्धू सोनकर ने कहा था कि लूट की रकम पांच लाख से अधिक होगी तो दोनों बदमाशों को 80-80 हजार रुपये मिलेंगे। यदि पांच लाख से कम पैसे मिले तो दोनों को 50-50हजार रुपये मिलेंगे। योजना के तहत २२ जुलाई को दुकान बंद करने के बाद बदमाशों ने व्यापारी धर्मेन्द्र गुप्ता का पीछा किया था पकड़े गये बदमाश कॉलोनी के बाहर ही खड़े थे जबकि दो अन्य बदमाशों ने गोली मार कर व्यापारी से पैसा लूट लिया था। गोली चलने की आवाज सुनते ही पकड़े गये बदमाश वहां से फरार हो गये थे और अब लूटे गये पैसे में अपने हिस्सेदारी लेने जा रहे थे लेकिन पुलिस ने पकड़ लिया।
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