अयोध्या में निर्माणाधीन भव्य राम मंदिर के लिए काशी प्रांत के चार हजार से ज्यादा अल्पसंख्यक समुदाय ने दान दिए हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी आरएसएस के काशी प्रांत के 27 जिलों में निधि समर्पण अभियान में मुसलमानों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया था। यही वजह है कि काशी प्रांत से ही मुस्लिम समाज का सहयोग दो करोड़ से ज्यादा तक पहुंच गया।
27 जिलों में 30 से ज्यादा कार्यक्रम बता दें कि अयोध्या में रामलला के विराजमान होने के निर्णय के बाद ही मुस्लिम समाज भी समर्पण निधि का हिस्सा बन गया था। मुस्लिम समाज के रुझान को देखते हुए आरएसएस ने प्रत्येक जिले में समर्पण निधि के कार्यक्रम आयोजित किए। 27 जिलों में 30 से ज्यादा कार्यक्रमों में चार हजार से ज्यादा मुसलमानों ने मंदिर निर्माण में सहयोग किया।
जौनपुर के मोहम्मद हसन पीजी कालेज के प्राचार्य डॉ. अब्दुल कादिर ने एक लाख 11 हजार रुपये की निधि दी है। अमर उजला की एक रिपोर्ट के अनुसार, डा. कादिर ने बताया कि यह देश के लिए सम्मान की बात है कि भगवान श्रीराम का मंदिर अयोध्या में बन रहा है। मंदिर निर्माण के लिए सहयोग राशि के जरिये यह संदेश देने की कोशिश है कि देश में हमें एक-दूसरे की पूजा और तौर-तरीकों का आदर करना चाहिए।
इकरा ने धनराशि समर्पित कर हाथ पर गुदवाया जय श्रीराम वाराणसी की रहने वाली इकरा अनवर राम मंदिर निर्माण की शुरुआत होने से पहले महामंडलेश्वर जितेंद्रानंद सरस्वती से मिलीं। मंदिर निर्माण कोष में 11 हजार रुपये की सहयोग राशि दी। बता दें कि इकरा ने अपने दाहिने हाथ पर जय श्रीराम गुदवाया है। महामंडलेश्वर जितेंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इकरा अनवर ने अपने समाज के कई लोगों को सहयोग के लिए प्रेरित भी किया। इसके पीछे उनकी मंशा सौहार्द को और मजबूत करना है।