उत्तर पश्चिम की बर्फीली हवाओं से लोग कांपने को विवश हो गये हैं। गलन इतनी अधिक पड़ रही है कि हीटर, ब्लोअर भी बेअसर साबित हो रहे हैं। गर्म कपड़े पहलने के बाद भी लोगों की कंपकपी जाने का नाम नहीं ले रही है। सुबह से ही मौसम का यही हाल बना हुआ है। दोपहर में कुछ देर के लिए धूप खिली थी लेकिन गलन के आगे धूप की ताकत भी कमजोर हो गयी। धूप में भी बैठने पर लोगों को बर्फीली हवाएं चुभ रही थी। दोपहर के बाद सूर्य नारायन फिर से ओझल हो गये थे और पूर्वांचल फिर से सर्द हवाओं की चपेट में आ गया।
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सामान्य से 10 डिग्री कम है तामान
आईएमडी की वेबसाइट के अनुसार अधिकतम तापमान सामान्य से 10 डिग्री सेल्सियस कम है जबकि न्यूनतम तापमान दिसंबर के अंतिम सप्ताह के अनुसार एक डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया है। दिन में धूप निकलने से गलन में वृद्धि होने के साथ घना कोहरा पडऩे की संभावना बढ़ गयी है।
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जानिए क्या कहा मौसम वैज्ञानिक ने
मौसम वैज्ञानिक प्रो.एसएन पांडेय ने कहा कि कड़ाके की ठंड से सबसे अधिक परेशानी लोगों के स्वास्थ्य को लेकर हो सकती है। आने वाले दो से तीन तक मौसम का मिजाज ऐसा ही रहने की संभावना है। उत्तर पश्चिमी हवाएं बेहद सर्द है इसका असर पूरे उत्तर भारत पर पड़ रहा है। अभी बारिश होने की संभावना नहीं है लेकिन जनवरी के पहले सप्ताह में मौसम में फिर से बदलाव हो सकता है।
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