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वरुणा कॉरीडोर का काम अप्रैल तक खत्म करने की तैयारी की गयी है। वरुणा नदी के सात किलोमीटर में वरुणा कॉरीडोर बनाया जा रहा है। नदी में नालों को गिरने से रोकने के लिए वहां पर सीवर बिछाने के साथ नदी के किनारे पर पाथ वे व रेलिंग का निर्माण किया जा रहा है। वरुणा कॉरीडोर में भ्रष्टाचार के बहुत आरोप लगे हैं जिसका अभी तक खुलासा नहीं हो पाया है इसके बाद भी किसी तरह काम अंतिम चरण में पहुंच चुका है।
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वरुणा नदी के किनारे ग्रीन बेल्ट का निर्माण होना है और वीडीए ने खुद ही वरुणा नदी के किनारे अतिक्रमण करके बनाये गये762 भवनों की पहचान की है। बीजेपी के एक विधायक के विरोध के आगे सपा व भाजपा दोनों ही सरकार हार मान ली है। अवैध निर्माण के चलते नदी की धारा बदलने लगी है। कचहरी स्थित वरुणा पुल से खड़े होकर देखा जा सकता है कि किस तरह वरुणा नदी के रास्ते में होटल व मकान बना कर नदी के अस्तित्व को खत्म करने का प्रयास किया गया है, लेकिन सपा व भाजपा सरकार की सेहत पर इसका कोई असर नहीं पड़ा है।
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