यह भी पढ़े:-सब्जी विक्रेता पिता के पैरों से लिपट कर रो पड़े बीजेपी प्रत्याशी
बीजेपी की नहीं मानी थी बात, चुनाव में मिली थी हार
लोकसभा चुनाव 2019 के पहले बीजेपी जब प्रत्याशियों की सूची जारी कर रही थी तो पार्टी के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने मनोज सिन्हा को गाजीपुर से चुनाव नहीं लडऩे को कहा था। अमित शाह के पास गोपनीय रिपोर्ट थी कि मनोज सिन्हा अपनी सीट गाजीपुर से चुनाव लड़ते हैं तो हार सकते हैं ऐसे में मनोज सिन्हा को बलिया से टिकट देने की तैयारी थी लेकिन मनोज सिन्हा इसके लिए तैयार नहीं हुए थे। अखिलेश यादव व मायावती के गठबंधन के तहत बसपा से बाहुबली मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी को गाजीपुर से टिकट दिया गया था। पीएम नरेन्द्र मोदी लहर के बाद भी मनोज सिन्हा गाजीपुर से चुनाव नहीं जीत पाये थे। इसके बाद कई बार मनोज सिन्हा के राज्यसभा भेजने की चर्चा होती थी, जो बाद में खारिज हो जाती थी। अब देखना है कि पीएम मोदी के खास माने जाने वाले मनोज सिन्हा का पार्टी में क्या भविष्य होता है।
यह भी पढ़े:-इस माह 11 दिन बंद रहेंगे बैंक, जल्द निबटा ले सारा काम
लोकसभा चुनाव 2019 के पहले बीजेपी जब प्रत्याशियों की सूची जारी कर रही थी तो पार्टी के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने मनोज सिन्हा को गाजीपुर से चुनाव नहीं लडऩे को कहा था। अमित शाह के पास गोपनीय रिपोर्ट थी कि मनोज सिन्हा अपनी सीट गाजीपुर से चुनाव लड़ते हैं तो हार सकते हैं ऐसे में मनोज सिन्हा को बलिया से टिकट देने की तैयारी थी लेकिन मनोज सिन्हा इसके लिए तैयार नहीं हुए थे। अखिलेश यादव व मायावती के गठबंधन के तहत बसपा से बाहुबली मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी को गाजीपुर से टिकट दिया गया था। पीएम नरेन्द्र मोदी लहर के बाद भी मनोज सिन्हा गाजीपुर से चुनाव नहीं जीत पाये थे। इसके बाद कई बार मनोज सिन्हा के राज्यसभा भेजने की चर्चा होती थी, जो बाद में खारिज हो जाती थी। अब देखना है कि पीएम मोदी के खास माने जाने वाले मनोज सिन्हा का पार्टी में क्या भविष्य होता है।
यह भी पढ़े:-इस माह 11 दिन बंद रहेंगे बैंक, जल्द निबटा ले सारा काम