जौनपुर के केराकत गांव में रहने वाले श्याम नारायण शुक्ल बीते कई महिनों से बीमार चल रहे थे। इलाज के लिए उन्हें मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां पर उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई थी। स्वास्थ्य में जब सुधार नहीं हुआ तो बीजेपी सांसद रवि किशन के पिता ने काशी में ही देह त्यागने की इच्छा जतायी थी। इसके बाद 15 दिन पहले ही उन्हें मुंबई से बनारस लाया गया था जहां पर उन्होंने अंतिम संास ली। निधन की जानकारी मिलते ही परिवार शोक में डूब गया। बीजेपी नेता से लेकर अन्य लोग शोक संदेश देने लगे। बीजेपी सांसद भी बनारस के लिए रवाना हो गये हैं। दोपहर में 12.30 बजे काशी के महाश्मशान मणिकर्णिका घाट पर उनके पिता का अंतिम संस्कार किया जायेगा।
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पिता को ही गुरु मानते थे रवि किशन
गोरखपुर के बीजेपी सांसद रवि किशन अपने पिता श्याम नारायण शुक्ल को ही अपना गुरु मानते थे। उनके अतिरिक्त जीवन में किसी को भी गुरू नहीं माना। सांसद रवि किशन का पिता से बहुत लगाव था और पिता के दिखाये हुए राह पर चलते ही इतनी कामयाबी पायी। फिल्मी दुनिया में नाम कमाने के बाद राजनीति में भी अपना मुकाम हासिल किया।
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