क्या है क्रूज की खासियत
इस क्रूज में विभिन्न प्रकार के कमरे उपलब्ध हैं जिनमें डीलक्स, सुपर डीलक्स और सिंगल बेड रूम शामिल हैं। कुल बीस वातानुकूलित कमरे हैं जो पर्यटकों को गंगा का मनमोहक दृश्य देखने की सुविधा देते हैं। यहां का शानदार रेस्टोरेंट बनारसी जायकों से भरपूर है और क्रूज की छत पर बैठकर लहरों के साथ चलने का अनुभव भी पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र होगा। यह भी पढ़ें
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कहां तक कर पाएंगे सफर
क्रूज संचालक राज सिंह ने बताया कि इस क्रूज में पर्यटकों को बिल्कुल नया अहसास होगा। इस क्रूज में 20 कमरे हैं, जिसमें 40 लोग रह पाएंगे। इस क्रूज से पर्यटकों को बनारस, मिर्जापुर और प्रयागराज तक का सफर कराया जाएगा। इस क्रूज में 4 दिन के सफर का पैकेज तैयार किया गया है। इस सफर के लिए क्रूज को बजट फ्रेंडली तैयार किया गया है , चार दिन का सफर लगभग चालीस हज़ार में ही पूरा हो जाएगा जिसमें खाना पीना शामिल है। वाराणसी से डिब्रूगढ़ तक राजमहल क्रूज का संचालन करने वाली कम्पनी ही इसका संचालन कर रही है। इस क्रूज से लोकल वॉटरवेज माध्यम से पर्यटन को बढ़ावा देना है। प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रिवर टूरिज्म को नई दिशा देने में लगे हुए हैं। गंगा विलास के माध्यम से विभिन्न प्रदेशों को जोड़ा गया है, और अब बंगाल क्रूज के जरिए उत्तर प्रदेश के प्रमुख गंगा से सटे शहरों को जोड़ा जाएगा। इससे लोकल फॉर वोकल उत्पादों को भी नई पहचान मिलेगी। -आईडब्ल्यूएआई कार्यालय प्रभारी आरसी पांडेय