कोर्ट ने अतुल राय को सरेंडर करने के लिए २२ जून की तिथि दी गयी थी। निर्धारित तिथि पर अतुल राय अपने अधिवक्ता के साथ कोर्ट पहुंचे और सरेंडर कर दिया। कोर्ट ने तुरंत ही अतुल राय को १४ दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजने का आदेश दिया। अतुल राय के समर्पण की पुलिस को भी जानकारी दी थी। इसके बाद भी उन्हें पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पायी और बसपा सांसद ने आराम से कोर्ट में सरेंडर किया। अतुल राय पर रेप करने का आरोप यूपी कॉलेज की पूर्व छात्रा ने एक मई को लगाया था और पूर्व छात्रा की तहरीर पर लंका थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था। इसके बाद से लंका पुलिस ने अतुल राय को पकडऩे के लिए सक्रिय हुई थी। इसी बीच अतुल राय को मायावती व अखिलेश यादव के गठबंधन से घोसी संसदीय सीट से टिकट मिला था लेकिन गिरफ्तारी से बचने के लिए अतुल राय अपने क्षेत्र में चुनाव प्रचार नहीं कर पाये थे इसके बाद भी चुनाव जीत गये थे। अतुल राय ने गिरफ्तारी से बचने के लिए हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक में याचिका दायर की थी लेकिन उन्हें राहत नहीं मिल पायी थी। अतुल राय ने बनारस कोर्ट में सरेंडर के लिए याचिका दायर की थी जिस पर कोर्ट ने उन्हें सरेंडर का समय दिया था लेकिन वह सरेंडर करने नहीं आये थे इसके बाद कोर्ट ने उनके सरेंडर करने की याचिका को भी खारिज कर दिया था। अतुल राय के गिरफ्तार नहीं होने पर पीडि़त छात्रा ने सीएम योगी आदित्यनाथ को ट्रवीट कर गवाह व खुद की रक्षा की गुहार लगायी थी जिसके बाद फिर से सक्रिय हुई पुलिस ने बसपा सांसद के आवास पर कुर्की की नोटिस को चस्पा किया था। इसके बाद अतुल राय सरेंडर के लिए खुद कोर्ट पहुंचे थे और पहली बार अधिवक्ताओं के न्यायिक कार्य से विरत रहने पर सरेंडर नहीं कर पाये थे अंत में बसपा सांसद कोर्ट में सरेंडर करने में कामयाब हो गये।
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सीएम योगी आदित्यनाथ के आगमन के पहले पुलिस को मिली बड़ी राहत
सीएम योगी आदित्यनाथ 22 जून की शाम को पीएम नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस आने वाले हैं। सीएम योगी के सख्त तेवर को देखते हुए अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक परेशान हैं। ऐसे में अतुल राय का गिरफ्तार नहीं होना पुलिस प्रशासन के लिए परेशानी का सबब बन सकता था लेकिन अतुल राय के सरेंडर करने से पुलिस को बड़ी राहत मिल गयी है।
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सीएम योगी आदित्यनाथ 22 जून की शाम को पीएम नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस आने वाले हैं। सीएम योगी के सख्त तेवर को देखते हुए अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक परेशान हैं। ऐसे में अतुल राय का गिरफ्तार नहीं होना पुलिस प्रशासन के लिए परेशानी का सबब बन सकता था लेकिन अतुल राय के सरेंडर करने से पुलिस को बड़ी राहत मिल गयी है।
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अतुल राय पर दर्ज हैं एक दर्जन से अधिक आपराधिक मुकदमे
गाजीपुर के भांवरकोल थाना के वीरपुर निवासी अतुल राय पर एक दर्जन से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। बाहुबली मुख्तार अंसारी के बेहद खास माने जाने वाले अतुल राय मंडुवाडीह थाने के हिस्ट्रीशीटर भी है। वाराणसी व गाजीपुर के विभिन्न थाने में अतुल राय के खिलाफ विभिन्न मामले दर्ज हैं। रेप का आरोप लगने के बाद अतुल राय ने खुद को निर्दोष बताया था उनका कहना था कि साजिश के तहत उन्हें फंसाया जा रहा है।
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