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28 अप्रैल से 31 मई तक का समय नहीं है ठीक
28 अप्रैल से 31 मई तक का समय ठीक नहीं है। राहु से मंगल सातवें हो, मंगल से बुध पांचवे हो, चन्द्रमा-बुध से चौथे हो। तो महाभूकंप क? योग ग बनता है। 28 मई को सायंकाल 4.40 बजे के बाद चंद्रमा का तुला राशि में वृश्चिक राशि में प्रवेश के साथ ही महाभूकंप का भी योग बना है। पंडित ऋषि द्विवेदी के अनुसार ज्योतिषशास्त्र के विद्वानों को नारदीय संहिता के भूकंपनामक योग का भी अध्ययन करना चाहिए। इससे प्राकृतिक आपदा की पहले से जानकारी मिलना संभव हो पायेगा।
28 अप्रैल से 31 मई तक का समय ठीक नहीं है। राहु से मंगल सातवें हो, मंगल से बुध पांचवे हो, चन्द्रमा-बुध से चौथे हो। तो महाभूकंप क? योग ग बनता है। 28 मई को सायंकाल 4.40 बजे के बाद चंद्रमा का तुला राशि में वृश्चिक राशि में प्रवेश के साथ ही महाभूकंप का भी योग बना है। पंडित ऋषि द्विवेदी के अनुसार ज्योतिषशास्त्र के विद्वानों को नारदीय संहिता के भूकंपनामक योग का भी अध्ययन करना चाहिए। इससे प्राकृतिक आपदा की पहले से जानकारी मिलना संभव हो पायेगा।
नोट:-यह खबर ज्योतिषाचार्य पंडित ऋषि द्विवेदी के ज्योतिष्य गणना के अनुसार है।
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