कोविड की गाइडलाइन के साथ होंगे दर्शन इस बार भक्तों को पिछली बार की तरह कोविड गाइडलाइन के साथ दर्शन कराए जाएंगे। भोर में 4 बजे से रात 11 बजे तक दर्शन का समय रहेगा। वीआईपी समय शाम 5 से 7 रहेगा। भक्त मंदिर के प्रथम तल पर माता के दर्शन कर सकेंगे।पहली मंजिल पर परंपराओं के मुताबिक मां के दर्शन होंगे और गेट पर ही माता का खजाना और लावा बांटा भक्तों में बांटा जाएगा। सुरक्षा के लिहाज से मंदिर परिक्षेत्र में 21 कैमरे अलग से लगाए गए हैं।
अन्नकूट के दिन लगेगा 551 कुंतल का छप्पन भोग माता के दरबार में इस बार 551 कुंतल का छप्पन भोग लगाया जाएगा। विभिन्न प्रकार के मिष्ठान बनाने के लिए 75 कारीगर दिन रात काम कर रहे हैं। दर्शन करने आने वालों को मां के खजाने के रूप में चावल, धान का लावा और सिक्का (अठन्नी) दिया जाता है। यह सिक्का भक्तों के लिए कुबेर से कम नहीं है। मान्यता है कि देवी के इस खजाने को जो भी भक्त पाता है उसे वह अपने लॉकर में रखता है। उस पर खजाने वाली देवी की कृपा बना रहती है और उसे धन-धान्य की कमी नहीं होती है।