सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम कोविड को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। मंदिर में दो दर्जन सीसी टीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। वॉलेंटियर के साथ ही मेडिकल टीम की व्यवस्था भी की गई है। वृद्ध और दिव्यांगों के लिए भी दर्शन की सुगम व्यवस्था है। गर्भगृह के गेट पर माता का खजाना और लावा वितरण की व्यवस्था है। भीड़ को देखते हुए भक्तों के लिए पीछे के रास्ते से राम मंदिर परिसर होते हुए कालिका गली से निकास जाने का भी रास्ता है। मंदिर के प्रथम तल पर स्थित स्वर्ण अन्नपूर्णेश्वरी के दर्शन रात 11 बजे तक होंगे।
551 कुंतल का छप्पन भोग देवाधिदेव महादेव के आंगन में विराजमान भगवती अन्नपूर्णेश्वरी को इस बार 551 कुंतल का छप्पन भोग लगाया जाएगा। विभिन्न प्रकार के मिष्ठान बनाने के लिए 75 कारीगर दिन रात काम कर रहे हैं। पकवान-मिष्ठान में लड्डू, मगदल, बालूशाही, खुरमा, चंद्रकला, काजू बर्फी, काजू बिस्किट, बादाम बर्फी, अंजीर- बादाम व मूंग का हलुआ, काजू समेत पंचमेवा नमकीन भक्तों में दिया जाना है। राजस्थान के अलवर से मोट मंगाया गया है। इसके अलावा पांच प्रकार की दाल, सवा क्विंटल चावल, 16 प्रकार के पकौड़े भी बांटे जाएंगे।