हजार से अधिक मवेशी होते हैं प्रभावित रेलवे की ओर से केवल संरक्षा सप्ताह के दौरान सजगता बरतने के लिए जागरुकता अभियान चलाया जाता है। इस दौरान रेलवे क्रॉसिंग और घनी आबादी वाले इलाकों में पैम्फलेट वितरित किए जाते हैं। लोगों से अपील की जाती है कि मवेशियों को लेकर रेलवे ट्रैक पर न जाएं। हालांकि संरक्षा जागरुकता सप्ताह के समाप्त होते ही फिर अभियान बंद हो जाता है। लोग फिर से बेपरवाह की तरह मवेशियों को खुला छोड़ देते हैं। इसी का नतीजा है कि हर बार इस तरह के हजार से अधिक हादसे होते रहते हैं।
रेलवे बोर्ड ने जाली लगाने का दिया आदेश इस तरह के हादसों को रोकने के लिए रेलवे बोर्ड ने आदेश किया है कि घनी आबादी वाले क्षेत्र में रेल ट्रैक के किनारे चहारदीवारी या जाली लगाई जाए। इससे हादसों से बचा जा सकता है। अभी तक वाराणसी में केवल मंडुवाडीह रेलवे स्टेशन से लेकर लहरतारा पुल तक ही जाली व दीवार बनाई गई है।