क्या यही है जीरो टॉलरेंस ? समाजवादी पार्टी के राष्ट्रिय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि ‘आज मृतक सौरभ यादव के परिजनों से मिला हूं। आज के समय में ऐसी घटना हुई जहां पुलिस अपराधियों से मिली हुई थी। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मृतक को तबतक अपराधियों ने पीटा जब तक की आश्वस्त नहीं हो गए की अब यह नहीं बचेगा और इस दौरान पुलिस ने उसके भाई को थाने में बैठाकर रखा और उसे भाई को बचाने के लिए नहीं जाने दिया। बाद में पुलिस ने उसे छोड़ दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी और भारतीय जनता पार्टी के लोग सदन में जो कहते हैं जीरो टॉलरेंस क्या जीरो टॉलरेंस का मतलब यही है की पुलिस को खुली छूट दे दी है कि सौरभ यादव जैसे युवा की हत्या हो गई हो यही जीरो टॉलरेंस है क्या? क्या आप ने पुलिस को इतना आजाद कर दिया है कि भाई है और वह मदद के लिए जाना चाहता था तो उसे बैठा लिया। भाई कह रहा था कि पुलिस पहुंच जाती तो सौरभ यादव को बचा लिया जाता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी की बिरादरी का कोई है तो वह सब सीमाएं लांघ जाएगा यह कहां का न्याय है। क्या यही जीरो टॉलरेंस है। अपनी बिरादरी के लोगों को कहीं भी बैठे हों उन्हें कानून और संविधान की कोई परवाह नहीं है। यही ज़ीरो टॉलरेंस है क्या और यह पहली घटना नहीं है जहां भाजपा के लोग शामिल थे।
कहां है बाबा का बुलडोजर? सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि सिर्फ सौरभ की ही हत्या नहीं कानपुर के एक सिख परिवार से मै मिला था। वहां एक भाजपा पार्षद ने ओवरटेक के विवाद में उस व्यक्ति को इतना मरा की उसकी आंख फोड़ दी। हो सकता है उसकी आंख अब दोबारा नहीं लौटे। वहीं एक भाजपा नेता ने गरीब किसान से कानपुर में ही 6 करोड़ की जमीन ली और और चेक दिया और फिर वह चेक भी वापस लेकर फाड़ दिया। उन्होंने कहा कि सौरभ का परिवार गरीब है। इनका बुलडोजर तो हर जगह तैयार रहता है आज कहां है बाबा का बुलडोजर? क्या उन पुलिस अधिकारियों के घर बुलडोजर चलेगा जिन्होंने भाई को रोक के रखा और एक भाई को मरने दिया। ऐसा ही लॉ एन्ड ऑर्डर है क्या प्रदेश में इनका ? उन्होंने सौरभ के भाई और कानपुर में जलकर मरी मां-बेटी के परिवार के सदस्यों को सरकारी नौकरी और सरकार से 50-50 लाख की मदद की मांग की और कहा कि इनके आरोपियों को सजा दी जाए।
क्या भाजपा के लोग नॉनवेज नहीं खाते? सनातन धर्म के सवाल पर अखिलेश यादव् ने कहा कि सनातन का अर्थ क्या है? कौन है सनातनी ? भाजपा के लोग कहते हैं हम सनातनी तो क्या भाजपा के कार्यकर्ता नॉनवेज नहीं खाते। आप अपना कैमरा लगाइये उनके पीछे मिल जाएंगे नॉनवेज खाते हुए। उन्होंने कहा कि अगर सनातनी हैं तो दूध भी नहीं पीना चाहिए क्योंकि कई सरे बैक्टेरिया मुंह में जाते हैं दूध के रास्ते, जैन धर्म के लोगों को देखिये वो मुँह पर कपड़ा लकगकर रखते हैं ताकि मुंह से कोई बैक्टेरिया अंदर न जाए। ना आप उमराह होइए न गुमराह कीजिए हमें।