गोविंदा ने कहा कि वह किसी भय व कटुता वजह नहीं है। राजनीति का बहुत ज्ञाता नहीं हूं इसलिए टिप्पणी नहीं करता हूं। चुनाव में प्रचार के प्रश्र पर कहा कि वह तो दोस्तों के लिए गया था यह मेरा व्यक्तिगत दौरा था। उन्होंने कहा कि मेरे मन में आया था कि महाराष्ट्र में जो भी होगा। वह २१ के बाद होगा। ऐसा हुआ भी। मीडिया ने पूछा कि गोविंदा आजकल ज्योतिष पर बहुत फोकस कर रहे हैं इस पर कहा कि मैं दिखावा नहीं करता हूं। मेरी माता निर्मला देवी का जन्म काशी में हुआ था। काशी विश्वनाथ की कृपा से ही मुझे यह तरक्की व शौहरत मिली है। मां बाद में साधु हो गयी थी। मुझे पूजा-पाठ में यकीन है यह सभी करते हैं। उन्होंने कहा कि जिस समय क्रिया हो रही है उसे ध्यान से देखना चाहिए। इसके बाद प्रतिक्रिया देनी चाहिए। यदि कोई रियेक्टर हो जायेगा तो वह एक्टर नहीं रह पायेगा। महाराष्ट्र की राजनीति में रहने के दौरान कुछ संगठनों द्वारा उत्तर भारतीय पर निशाना साधने के प्रश्र पर कहा कि जब मैं कांग्रेस में था तो उस समय ऐसी स्थिति बन गयी थी कि एक ने तुझको जन्म दिया, एक ने पाला। कन्हैया किसे कहेगा तु मैया। राजनीति कभी सीधी व सरल नहीं होती है। उसी समय लोगों से कहा था कि यह कियेटेड है जो बाद में बंद हो गया था। एक नागरिक के तहत देश का नेतृत्व कैसा चल रहा है इस प्रश्र पर गोविंदा ने कहा कि देशकाल व परिस्थिति के अनुसार किसी तरह की तकलीफ नहीं है आगे भी नहीं आये। ऐसी उम्मीद करता हूं। महाराष्ट्र के नये सीएम देवेन्द्र फडणवीस को शुभकामना दी।
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