मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्रियों का होगा सम्मेलन विश्वनाथ मंदिर के लोकार्पण के बाद शाम को पीएम मोदी बोट से गंगा की सैर व गंगा आरती देखेंगे। इस दौरान भाजपा शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री भी मौजूद रहेंगे। दरअसल, काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के अगले दिन 14 दिसंबर को मंदिर चौक पर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्रियों का सम्मेलन होना है। इसमें भाजपा के साथ ही गठबंधन वाले दलों को आमंत्रण भेजा गया है। इसमें 13 दिसंबर को महादेव के भव्य दरबार के लोकार्पण में शामिल होने का बुलावा भेजा जा रहा है। अगले दिन प्रधानमंत्री मुख्यमंत्रियों व जनप्रतिनिधियों से बातचीत करेंगे। इसके बाद स्वर्वेद मंदिर, उमरहा व सीएनजी प्लांट, शहंशाहपुर जाएंगे। इसी के साथ 17 दिसंबर को प्रस्तावित महापौर सम्मेलन का आयोजन होगा जिसमें पीएम मोदी वर्चुअली शामिल होंगे।
23 दिसंबर को भी वाराणसी आएंगे पीएम मोदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन बार काशी विश्वनाथ धाम से रूबरू होंगे। दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी आ रहे पीएम मोदी 13 दिसंबर को महादेव का भव्य दरबार भक्तों को समर्पित करने के बाद 23 दिसंबर को किसानों से संवाद के लिए दोबारा काशी आएंगे।
पीएम मोदी के आगमन की तैयारियों की सीएम योगी ने की समीक्षा प्रधानमंत्री मोदी के आगमन से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को वाराणसी पहुंचे। वह सुबह 11:30 बजे चौबेपुर क्षेत्र के उमरहां स्थित स्वर्वेद महामंदिर धाम पहुंचे। स्वर्वेद महामंदिर धाम में 14 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आना है। प्रधानमंत्री के आगमन के मद्देनजर मुख्यमंत्री ने तैयारियों का स्थलीय निरीक्षण किया। इसके बाद मुख्यमंत्री 13 दिसंबर को श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन संबंधी तैयारियों की समीक्षा के लिए बनारस रेल इंजन कारखाना (बरेका) स्थित प्रेक्षागृह में अफसरों के साथ बैठक करने पहुंचे। उन्होंने यहां विकास कार्यों की समीक्षा की। इसके बाद चंदौली के लिए रवाना हो गए।
चंदौली में मुख्यमंत्री योगी रामगढ़ स्थित बाबा कीनाराम के धाम पहुंचे। यहां पहले मौजूद समाजवादी पार्टी (सपा) कार्यकर्ताओं ने उनका विरोध किया। उन्होंने जनसभा को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘समाजवादी पार्टी ‘राम भक्तों’ पर गोलियां चला सकती है लेकिन अयोध्या पर हमला करने वाले आतंकियों के खिलाफ लगे आरोप वापस ले सकती है। पहले उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी चरम पर थी। आज भाजपा सरकार ने साढ़े चार साल में साढ़े चार लाख रोजगार दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चंदौली में काले चावल के उत्पादन ने नया रिकॉर्ड बनाया है। यूपी में पिछले तीन साल तक काले चावल का उत्पादन नहीं हुआ था, लेकिन आज 2100 हेक्टेयर भूमि में 2,400 किसानों ने इसका उत्पादन और निर्यात किया है। यह भारत में चंदौली के लिए एक नई पहचान बन गई है।