योगी सरकार की बड़ी पहल: छोटे जिलों पर फोकस
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में मेडिकल और पैरामेडिकल क्षेत्र में तेजी से विस्तार की योजना बनाई है। इसी दिशा में 25 नए सरकारी नर्सिंग कॉलेज खोलने का निर्णय लिया गया है। इनमें से 20 जिलों में नर्सिंग कॉलेजों का निर्माण कार्य चल रहा है, जबकि 5 अन्य जिलों में भी निर्माण कार्य जल्द शुरू किया जाएगा। इसका मकसद प्रदेश के छोटे जिलों में भी उच्च स्तर की नर्सिंग शिक्षा उपलब्ध कराना और स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त करना है।
तेजी से हो रहा निर्माण, अगले सत्र से पढ़ाई शुरू
मुख्यमंत्री योगी ने कार्यदायी संस्थाओं को कॉलेजों के निर्माण कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए हैं। अयोध्या, बहराइच, कौशांबी, ललितपुर, मीरजापुर जैसे जिलों में इन नर्सिंग कॉलेजों का निर्माण तेज गति से हो रहा है। उम्मीद है कि अगले शैक्षणिक सत्र से इन कॉलेजों में पढ़ाई शुरू हो जाएगी। इससे प्रदेश के युवाओं को मेडिकल क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी मिलेंगे और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा।
स्वास्थ्य सेवाओं में बड़ा सुधार, स्थानीय छात्रों को मिलेगा फायदा
डीजीएमई किंजल सिंह के मुताबिक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश के स्वास्थ्य इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। उन्होंने न केवल मेडिकल यूजी और पीजी सीटों में बढ़ोतरी की है, बल्कि अब पैरामेडिकल (नर्सिंग) की सीटों को भी बढ़ाने का काम तेजी से किया जा रहा है। नए नर्सिंग कॉलेजों की स्थिति:
निर्माण कार्य तेजी से चल रहा: अयोध्या, बहराइच, शाहजहांपुर, सिद्धार्थनगर, फतेहपुर, गोंडा, सुल्तानपुर, मीरजापुर, लखीमपुर खीरी, बस्ती, फिरोजाबाद, हरदोई, एटा, अमेठी, ललितपुर, बिजनौर, कौशांबी, गाजीपुर, प्रतापगढ़ और चंदौली।
निर्माण की स्वीकृति: देवरिया, कानपुर देहात, सोनभद्र, कुशीनगर और पीलीभीत।
नर्सिंग कॉलेज निर्माण से होंगे बड़े फायदे
इन कॉलेजों के शुरू होने से न केवल स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा, बल्कि स्थानीय छात्रों को भी उच्च स्तरीय नर्सिंग शिक्षा मिल सकेगी। छात्रों को अब मेडिकल क्षेत्र में रोजगार के बेहतर अवसर मिलेंगे, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को भी फायदा पहुंचेगा। इन कॉलेजों में पढ़ाई की शुरुआत के बाद प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं में बड़े सुधार की उम्मीद है।