प्रवेश प्रक्रिया का आरंभ: इस योजना के तहत प्रवेश प्रक्रिया 1 दिसंबर 2024 से शुरू होकर मार्च 2025 तक चार चरणों में पूरी होगी। बेसिक शिक्षा विभाग ने इस बार आवेदन प्रक्रिया को अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए ब्लॉक स्तर पर हेल्प डेस्क स्थापित की हैं। यहां माता-पिता को मुफ्त में आवेदन करने की सुविधा मिलेगी।
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पिछले साल से अधिक आवेदन का लक्ष्य: पिछले वर्ष करीब 3.57 लाख आवेदन प्राप्त हुए थे। इस बार शिक्षा विभाग ने पांच गुना अधिक आवेदन प्राप्त करने का लक्ष्य रखा है, जिससे अधिक से अधिक गरीब बच्चों को इस योजना का लाभ मिल सके।Yogi Government: यीडा की योजना का लाभ लेने के लिए प्रदेश भर के लोगों में दिखा रहा भारी उत्साह, जानें सरकार का मास्टर प्लान
स्कूलों की बढ़ती रुचिआरटीई के तहत पिछले सालों में निजी स्कूलों का भुगतान लंबित होने के कारण वे इसमें रुचि नहीं दिखा रहे थे। लेकिन इस बार बेसिक शिक्षा विभाग ने समय पर बकाया भुगतान किया है, जिससे निजी स्कूलों का भरोसा बढ़ा है।
कक्षा एक:
आगरा (12,608 सीटें), जौनपुर (12,295 सीटें), आजमगढ़ (11,795 सीटें)।
प्री-प्राइमरी: लखनऊ (23,889 सीटें), गोरखपुर (9,853 सीटें), गाजियाबाद (8,333 सीटें)।
शिक्षा के अधिकार का व्यापक प्रभाव
यह योजना गरीब और वंचित बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में मुफ्त शिक्षा देकर उनके भविष्य को उज्ज्वल बनाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इससे सामाजिक समानता को भी बढ़ावा मिलेगा।