चोरी की योजना
अनमोल ने अपनी गर्लफ्रेंड प्रिया कुमारी और छोटे भाई रजत के साथ मिलकर यह योजना बनाई। चूंकि अनमोल टेक्नीशियन था, उसे मोबाइल टावर की लोकेशन और बैटरी निकालने का तरीका पता था। वह अपने दोस्तों कुलदीप और अजय को भी शामिल करता था। चोरी के लिए अनमोल और उसके साथी रात के समय टावर की लोकेशन पर पहुंचते थे। वारदात का दिन
घटना के दिन, अनमोल ने अपने साथियों को लेकर मोबाइल टावर की देखरेख के बहाने वहां पहुंचे। उन्होंने टावर के पास कार खड़ी की, जबकि प्रिया बाहर निगरानी कर रही थी। इस दौरान उन्होंने आसानी से टावर से 24 बैटरी चुराई और मौके से फरार हो गए।
पुलिस कार्रवाई
पुलिस को 30 सितंबर को टेक्निकल मैनेजर दिनेश श्रीवास्तव द्वारा चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने गंभीरता से मामले की जांच की और 5 अक्टूबर को सैरपुर पुलिस ने सभी पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के समय पुलिस ने उनके पास से चोरी की 24 बैट्री, एक कार और अन्य सामान बरामद किया।
जांच का क्रम
पुलिस ने आरोपियों की पूछताछ की और पाया कि अनमोल, प्रिया, रजत, कुलदीप, और अजय ने मिलकर इस चोरी की योजना बनाई थी। पुलिस ने बताया कि प्रिया प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही है, जबकि रजत अपने गांव में पढ़ाई कर रहा है। इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अपराध के पीछे कोई भी इंसान अपनी मासूमियत के पीछे छिपा सकता है। लखनऊ पुलिस ने अपनी तत्परता और चौकसी से एक बड़ी चोरी का खुलासा किया है। इस मामले ने एक बार फिर यह साबित किया है कि सच्चाई कभी न कभी सामने आ ही जाती है।