Lok sabha election 2024: कन्नौज में बृजेश पाल के घर पहुंचे अखिलेश यादव ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि यह बहुत ही दुखद बात है। एक नौजवान हताश, निराश होकर इस मानसिक स्थिति में पहुंच जाए, कि अब उसे जीना नहीं है। ना ही नौकरी खोजनी है। उन्होंने कहा कि जिसने भी इस युवा की सुसाइड नोट पढा होगा। उसके आंख में आंसू आ गए होंगे। इसने अपने माता-पिता से माफी मांगते और अपने बहनों के विषय में सोचते हुए। जिसने अपनी डिग्रियां जला दी। सुसाइड नोट में लिखा कि जो डिग्रियां हमें नौकरी नहीं दिला सकती। ऐसी डिग्री से क्या फायदा है। यह बात सिर्फ एक बृजेश पाल की नहीं है। देश और प्रदेश में बड़ी संख्या में नौजवान बेरोजगार हो गया है। उन्होंने कहा कि मुझे याद है कि फिरोजाबाद की एक बेटी ने जिस दिन उसे यह पता चला की उसने जो परीक्षा दी है। उसका पेपर लीक हो गया है। उसने आत्महत्या कर ली। हम अगर देश के और प्रदेश के शहरी तथा ग्रामीण इलाकों के आंकड़े देखें, तो बड़े पैमाने पर नौजवान बेरोजगार होता चला जा रहा है। कहां कि अभी जो देश के आंकड़े आए हैं। उसमें 90 प्रतिशत नौजवान के हाथ में काम नहीं है। इस सरकार ने यह स्थिति पैदा कर दी है। जिस देश और समाज के अंदर 90 प्रतिशत लोगों के हाथ में नौकरी और रोजगार नहीं है। सोचो समाज का भविष्य क्या होगा। कहा कि सिर्फ नौजवान ही नहीं एनसीआरबी दिल्ली के आंकड़े बताते हैं कि पिछले 10 सालों में एक लाख किसान आत्महत्या कर चुका है। जिस देश का किसान और नौजवान इस हालत में पहुंच जाए। सोचो हमारा देश कैसे आगे बढ़ेगा। इसके बाद उन्होंने अपने सरकार की उपलब्धियां गिनया।
Lok sabha election 2024: अखिलेश बोले- जब विकास होता तो रोजगार मिलते
अखिलेश यादव ने बृजेश पाल के कई नौकरियां के एडमिट कार्ड को हाथों में लेकर कहा कि इसने 10 से 12 नौकरियों के फॉर्म भरे। सोचिए अगर देश का नौजवान डिग्री लेकर नौकरी न मिलने के कारण अपने मां-बाप से माफी मांगते हुए सुसाइड कर ले। इससे ज्यादा दुखद काम और कोई नहीं हो सकता। कहा कि जिन लोगों ने कहा था कि साल में 2 करोड़ नौकरियां देंगे। उन्होंने कहा कि नौकरी कहां चली गई। हम यह गणित बहुत पहले बता चुके हैं। पेपर लीक के कारण 60 लाख बच्चे प्रभावित हुए हैं। एक नौजवान के घर में तीन परिवार मान ले। उसमें नौजवान और उसके मां-बाप शामिल है। अगर हम 60 लाख को तीन से गुना कर दें, तो उत्तर प्रदेश में एक करोड़ 80 लाख लोगों में बीजेपी के प्रति नाराजगी है। इसको यदि हम यूपी की 80 लोकसभा सीटों से यानी 80 से भाग दे दे, तो इस तरह प्रत्येक लोकसभा में बीजेपी से 2.25 लाख लोग नाराज हैं। अब विचार करिए कि यदि एक लोकसभा में 2.25 लाख लोग नाराज है। तो बीजेपी चुनाव कैसे जीत रही।