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कानपुर में ना तो पैगी का जुलूस निकलेगा और ना ही निशान उठेगा, जानें क्या कहते हैं खलीफा और हाफिज?

कानपुर में इस साल पैगी का जुलूस नहीं निकलेगा। इसके साथ ही निशान भी नहीं उठेगा। शहर खलीफा और हफीज ने इस संबंध में जानकारी दी है। जिसे पुलिस कमिश्नर के ऑफीशियली ‘एक्स’ पर शेयर किया गया है।

कानपुरJul 07, 2024 / 08:35 pm

Narendra Awasthi

उत्तर प्रदेश के कानपुर में पैगी जुलूस नहीं निकलेगा। इस साल निशान भी नहीं उठेगा। शहर के खलीफा और हाफिज आदि ने इस संबंध में जानकारी दी। पुलिस कमिश्नर के ‘एक्स’ पोस्ट पर यह जानकारी दी जा रही है कि अदालत में मामला विचाराधीन होने के कारण इस वर्ष भी पैगी जुलूस नहीं निकाला जाएगा। उन्होंने लोगों से अपील की कि अफवाहों पर ध्यान न दें। पैगी के रूप में एक जगह इकट्ठे ना हो। इस प्रकार के तीन वीडियो पुलिस कमिश्नर के ऑफीशियली ‘एक्स’ पर पोस्ट किए गए हैं।
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शहर के खलीफा शकील अहमद ने बताया कि पैगी जुलूस का मामला कोर्ट में विचाराधीन है। जिसके कारण यह जुलूस नहीं निकल जाएगा। इसमें प्रशासन का कोई जोर दबाव नहीं है। अदालत का फैसला आने के बाद इससे भी अच्छा निशान निकाला जाएगा। फिलहाल किसी प्रकार के अफवाहों का हिस्सा ना बने। एक साल से लेकर 12 साल तक के बच्चे कमर में पैगी लगाएंगे। अपने घरों में नमाज़ पढ़े। इमाम चौक पर जाकर दुआ करें।

क्या कहते हैं हाफिज

हाफिज कफील अहमद ने बताया कि न्यायालय का आदेश आने के बाद पैगी का जुलूस निकलेगा। लेकिन इस बार निशान नहीं उठेगा। कोई जुलूस नहीं निकल जाएगा। 275 सालों से पैगी का जुलूस निकाला जा रहा है। अदालत का फैसला आने के बाद फिर से निकल जाएगा। ‌किसी प्रकार की अफवाहों में ना आए। अपने घरों, इबादतगाह में इबादत करें।

हाफिज मोहम्मद नदीम खान ने कहा

फीलखाना के मोहम्मद नदीम ने कहा कि जिन लोगों को अपनी मन्नत पूरी करनी है। मेरे घर पर आ जाएं। यहां निशान खड़ा होगा। यहां अपनी मन्नत पूरी करें मन्नत मांग भी सकते हैं। उन्होंने कहा कि सेशन कोर्ट में एक अपील चल रही है जिसका निर्णय आने के बाद प्रशासन के सहयोग से जुलूस निकलेगा। बीते वर्ष की भांति इस बार भी निशान खड़ा किया जाएगा।

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