कमिश्नर ने कही ये बात
कमिश्नर ने कहा, “एक वीडियो में कहा जा रहा है कि पुलिस ने गोली चलाने के लिए कहा था। लोगों को समझना पड़ेगा कई बार पुलिस लोगों को डराने के लिए ऐसा कहती है। शोर किया गया था कि गोली चलाओ-गोली चलाओ ताकि भीड़ डर जाए. पुलिस गोली मारने के लिए नहीं कह रही थी। प्रशासन का उद्देश्य नहीं रहता कि किसी की जान जाए। अगर सर्वे हो रहा था तो फिर किसी को सिर्फ सर्वे में क्या आपत्ति है।” सांसद पर एफआईआर दर्ज क्यूं हुई?
कमिश्नर ने कहा कि सर्वे टीम ने बताया था कि 19 नवंबर की रात में जब सर्वे करने पहुंचे तो सांसद जियाउर्रहमान बर्क और अन्य जनप्रतिनिधियों ने जांच में व्यवधान डालने की कोशिश की। इसी कारण चुनाव के बाद सर्वे की तारीख देनी पड़ी। जब सर्वे करने दोबारा टीम पहुंची तो बवाल शुरू हो गया। इसी कारण पुलिस ने सांसद पर केस दर्ज किया है। वहीं, आजाद समाज पार्टी के सांसद चंद्रशेखर को संभल जाने से रोकने के सवाल पर कमिश्नर ने कहा कि संभल में शांंति व्यवस्था कायम रखने के लिए सांसद को रोका गया। उनके बाद राजनीतिक दलों के लोग संभल पहुंचेंगे तो कानून-व्यवस्था बिगड़ सकती है। इसलिए नेताओं के संभल जाने पर रोक लगाई गई है।