बांटने वाली ताकतों से सतर्क
इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को दीपावली की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देते हुए सीएम योगी ने कहा कि हम सभी को बांटने वाली ताकतों से सतर्क होकर एकजुट रहना होगा। अगर ऐसी ताकतों के धोखे में आकर उन्हें मौका दे दिया तो ये फिर वही काम करेंगे, गुंडागर्दी का, अराजकता, दंगा कराने का।CM Yogi ने बतया 2017 से पहले का हाल
सीएम योगी ने आगे कहा कि ये कहीं ताड़का को भेजेंगे, कहीं खर दूषण को भेजेंगे। कहीं चंड-मुंड को लेकर जाएंगे, अव्यवस्था पैदा करेंगे। बेटी-बहन की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करेंगे। कहीं गरीब की जमीन कब्जा करेंगे। कहीं व्यापारी का अपहरण करेंगे। कहीं राह चलते किसी राहगीर को गोली मारेंगे। कहीं पर्व और त्योहार के पहले दंगा भड़काएंगे। यही तो ये लोग करते थे, 2017 के पहले।कानून हाथ में लेने पर क्या होगा ?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब ऐसे तत्व जानते हैं कि जो सुरक्षा में सेंध लगाएगा वह राम नाम सत्य की ओर चला जाएगा। अब कोई जबरन कानून हाथ में लेगा तो उसे मालूम है कि कानून उसको फांसी के फंदे तक लेकर चला जाएगा। कोई राह में किसी बहन-बेटी की इज्ज़त से खिलवाड़ करेगा तो उसे पता है कि यह रास्ता उसे दुर्योधन और दुशासन की गति प्रदान कर देगा। कोई दंगा कराकर पर्व और त्योहारों में खलल डालने का काम करेगा तो उसे भी अंजाम पता है। आज सरकार ने सबको बिना भेदभाव सुरक्षा, सम्मान, विकास और समृद्धि की गारंटी दे रखी है।दीपोत्सव की हुई चर्चा
सीएम योगी ने अयोध्या में बुधवार को आयोजित भव्य-दिव्य दीपोत्सव की भावपूर्ण चर्चा करते हुए कहा कि राक्षसराज का अंत कर प्रभु श्रीराम जब 14 वर्ष बाद अयोध्या आए तो दीपावली मनाई गई। जब भी दीपोत्सव कार्यक्रम होता है तो उसका प्रतिफल होता है, रामराज्य की स्थापना होती है। रामराज्य वह होता है, जहां शासन की योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव सबको मिलता है। न जाति, न भाषा, न क्षेत्र, न अगड़ा, न पिछड़ा, न छुआछूत का विभेद होता। किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं। यही कार्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दस वर्षों से लगातार भाजपा की सरकार कर रही है।सनातन धर्म और भारत एक-दूसरे के पूरक
सीएम योगी ने कहा कि सनातन धर्म और भारत एक-दूसरे के पूरक हैं। सनातन धर्म मजबूत होगा तो भारत मजबूत होगा और जब भारत मजबूत होगा तो सनातन धर्म मजबूत होगा। अगर इनमें से कोई एक भी कमजोर होता है तो मानकर चलिए दोनों कमजोर होते हैं। देश के दुश्मन जब सफल नहीं हो पा रहे हैं तो देश के अंदर विभेद पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। अफवाह पैदा करने का काम कर रहे हैं। गाली-गलौज पर उतर रहे हैं। जैसे को तैसा जवाब देना ही पड़ेगा।जनता से बजरंगबली बनने की अपील
उन्होंने हनुमान जी द्वारा लंका दहन करने के प्रसंग का रोचक अंदाज में उल्लेख करते हुए कहा कि आपलोग बजरंग बली बनिए। आदर्श राष्ट्रभक्त बनिए। एक रामभक्त ही सच्चा राष्ट्रभक्त हो सकता है। सच्चा राष्ट्रभक्त दुश्मन को उसी की भाषा में जवाब देता है। जो देश का दुश्मन है, वह हमारा दुश्मन है। देश का दुश्मन कभी हमारा मित्र नहीं हो सकता। वनटांगियों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ना बेहद महत्वपूर्ण था ताकि समाज और देश विरोधी इन्हें भटकाने में सफल न होने पाएं।वनटांगियों में आई खुशहाली
उन्होंने कहा कि वह वनटांगियों के आंदोलन में भी सहभागी रहे। सात साल पहले इस वनटांगिया गांव में एक भी पक्का मकान नहीं था। जबकि, आज एक भी कच्चा मकान नहीं है। यहां 770 पक्के मकान बनाए गए हैं, 800 से अधिक लोगों के राशन कार्ड बने हैं, चार हजार लोगों को आयुष्मान योजना का लाभ मिल रहा है। 113 को वृद्धा पेंशन, 66 को निराश्रित पेंशन, 25 को दिव्यांगजन पेंशन और 12 बालिकाओं को सीएम कन्या सुमंगला योजना से लाभान्वित किया गया है। हर घर शौचालय है तो गांव में प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक स्कूल भी। एनआरएलएम के तहत यहां 38 महिला समूहों का गठन हुआ है और 882 लोगों के मनरेगा जॉब कार्ड भी बने हैं। वनटांगिया गांवों को राजस्व गांव घोषित किया गया ताकि खुशहाली लाई जा सके।
डॉ संजय निषाद ने क्या कहा ?
प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ. संजय निषाद ने कहा कि पूर्व की सरकारों में त्योहार तलवार के बीच मनाए जाते थे, अब योगी आदित्यनाथ की सरकार में शांति, प्रेम और व्यवहार से मनाए जाते हैं। त्रेतायुग में भगवान राम ने निषादराज को गले लगाकर सम्मान दिया था। आज श्रृंगवेरपुर में निषादराज की विशाल मूर्ति बनवाने समेत अनेक कार्यों से वही सम्मान योगी जी दे रहे हैं।रवि किशन ने क्या कहा ?
कार्यक्रम में सांसद रविकिशन शुक्ल ने कहा कि वनटांगिया लोग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हृदय में रहते हैं। मुख्यमंत्री वनटांगिया लोगों से तबसे जुड़े हैं, जब इन वनवासियों को कोई पूछता नहीं था। वास्तव में वनटांगिया लोग बहुत भाग्यशाली हैं जो ऐसे व्यक्तित्व के साथ दीपावली मनाते हैं जिन्हें देखने के लिए पूरे देश के लोग लालायित रहते हैं। यह भी पढ़ें