पूर्वांचल में वाराणसी से बिहार सीमा तक लगने वाली चंदौली लोकसभा सीट का ज्यादातर हिस्सा ग्रामीण है। ‘धान का कटोरा’ कहे जाने वाले चंदौली क्षेत्र को 27 वर्ष पहले मायावती ने वाराणसी से अलग कर जिला बनाया था। चंदौली सीट पर कांग्रेस को 1984 के बाद जीत नसीब नहीं हो पाई। भाजपा ने 1991 में यहां अपना खाता खोला था। 1996 और 1998 में भी कब्जा बरकरार रखते हुए हैट्रिक बनाई। वर्ष 1999 में साइकिल पर सवार होकर आए जवाहर लाल जायसवाल सांसद बने। वहीं, 2004 में बसपा जीती और कैलाश नाथ यादव सांसद चुने गए। वर्ष 2009 में सपा ने दोबारा सीट पर कब्जा किया। इस बार रामकिशुन यादव ने जीत दर्ज की। वर्ष 2014 में मोदी लहर का जबरदस्त असर इस सीट पर दिखा और भाजपा ने 16 साल बाद वापसी की। डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने 2014 में 42.23 प्रतिशत, तो 2019 में 47.07 प्रतिशत वोट शेयर के साथ जीत दर्ज की।
चंदौली सीट से कौन -कौन हैं उम्मीदवार ?
कैंडिडेट | पार्टी |
वीरेंद्र सिंह | समाजवादी पार्टी |
डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडेय | भाजपा |
सतेन्द्र कुमार मौर्य | बहुजन समाज पार्टी |
अरविन्द कुमार पटेल | सरदार पटेल सिद्धांत पार्टी |
राजेश विश्वकर्मा | मौलिक अधिकार पार्टी |
राम गोविंद | समझदार पार्टी |
शेर सिंह | युग तुलसी पार्टी |
शोभनाथ प्रजापति | भागीरथी पार्टी |
संजय कुमार सिन्हा | जय हिन्द नैशनल पार्टी |
संतोष कुमार | निर्दलीय |