बता दें कि संविदा लाइनमैन रवीन्द्र व अजय राजभर फाल्ट चेक कर रहे थे, इसके लिए शटडाउन भी लिया गया था। चितारा महमूदपुर गांव के पास हाई वोल्टेज तार में फाल्ट देखकर लाइनमैन रवीन्द्र खंभे पर चढ़ गया। फाल्ट ठीक करने के दौरान ही अचानक विद्युत सप्लाई चालू हो गई जिससे वह करंट की चपेट में आकर ऊपर ही लटका रहा। उसक साथी अजय ने इसकी सूचना तत्काल उपकेंद्र पर दी। तत्काल विद्युत सप्लाई को बंद किया गया। उसके बाद लाइनमैन ऊपर से नीचे गिर गया। तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। अजय के हो हल्ला पर गांव के लोग जुट गए। मृतक रवींद्र के मोबाइल से उसके स्वजन को सूचना दी गई।
परिवार के लोग विद्युत विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए शव को गांव में ही रख कर मौके पर बुलाने की मांग करने लगे। एसओ अखिलेश कुमार द्वारा पीड़ितों को बहुत समझाने का प्रयास किया लेकिन लोगों का आक्रोश बढ़ता गया। एसडीएम मार्टिनगंज नंदिनी शाह ने विद्युत विभाग के अधिकारियों से वार्ता की। उसके बाद स्वजन को समझा बुझाकर शव थाने ले गई। पत्नी सरिता का रो-रो कर बुरा हाल है। मृतक तीन भाइयों में दूसरे नंबर पर था। चार व दो वर्ष के दो बेटे है।