भाजपा में शामिल होने के बाद से अपर्णा यादव को बड़ी जिम्मेदारी मिलने की थी उम्मीद राज्य सरकार ने पिछले सप्ताह आगरा की बबीता चौहान को आयोग की अध्यक्ष और गोरखपुर की चारू चौधरी के साथ अपर्णा यादव को उपाध्यक्ष नियुक्त किया था। हालांकि, अपर्णा द्वारा पदभार ग्रहण न करने पर राजनीतिक हलकों में उनकी नाराजगी की चर्चाएं तेज हो गई थीं। सूत्रों के मुताबिक, सपा छोड़कर भाजपा में शामिल होने के बाद अपर्णा को पार्टी में एक बड़ी भूमिका मिलने की उम्मीद थी, लेकिन महिला आयोग में उपाध्यक्ष बनाए जाने से वह असंतुष्ट थीं।
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दयाशंकर सिंह की मध्यस्थता और मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद संभाला पदभार इन चर्चाओं के बीच परिवहन राज्यमंत्री दयाशंकर सिंह ने अपर्णा से मुलाकात की, जिससे उनकी नाराजगी और भाजपा नेतृत्व के बीच समझौते की संभावनाएं बलवती हो गईं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपर्णा की मुलाकात के बाद, यह माना जा रहा है कि दोनों के बीच की गलतफहमियां दूर हो गई हैं और उन्होंने बुधवार को उपाध्यक्ष पद का कार्यभार संभाल लिया। यह भी पढ़ें
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अब तक, अपर्णा यादव की ओर से उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग के उपाध्यक्ष पद ग्रहण करने के बाद कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालाँकि, खबरों में कहा जा रहा है कि वह पहले इस पद को लेकर असंतुष्ट थीं, क्योंकि उन्हें भाजपा में शामिल होने के बाद पार्टी से बड़ी जिम्मेदारी मिलने की उम्मीद थी। यह भी पढ़ें