तेज बारिश के बावजूद जारी रहा रेस्क्यू ऑपरेशन
मामले की गंभीरता को देखते हुए आलमबाग थाना प्रभारी शिव शंकर महादेवन ने तुरंत पुलिस उच्चाधिकारियों को सूचना दी और आलमबाग फायर स्टेशन की टीम को बुलाया। फायर ब्रिगेड की टीम, तेज बारिश के बावजूद, मौके पर पहुंची और करीब 8 घंटे तक चले इस रेस्क्यू ऑपरेशन को रात 2 बजे के आसपास सफलतापूर्वक अंजाम दिया। गाय को सुरक्षित नीचे उतारने के बाद, स्थानीय लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई और उन्होंने फायर ब्रिगेड और पुलिस टीम की प्रशंसा की।
रेलवे विभाग की लापरवाही पर सवाल
इस घटना ने रेलवे विभाग की लापरवाही को भी उजागर किया। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि टंकी का दरवाजा हमेशा खुला रहता है और पंप ऑपरेटर सुबह-शाम पंप चलाकर चला जाता है, जबकि वहां कोई केयरटेकर मौजूद नहीं रहता। इस लापरवाही का खामियाजा इस बेज़ुबान गाय को भुगतना पड़ा।
खुले दरवाजे से गाय चढ़ी टंकी पर, स्थानीय निवासियों ने की शिकायत
इस घटना से सीख लेते हुए, स्थानीय प्रशासन ने टंकी के दरवाजे को हमेशा बंद रखने और पंप हाउस पर उचित सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।