उत्तर प्रदेश के उन्नाव में साक्षी महाराज ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने जो बयान दिया है। वह अंबेडकर के सम्मान में दिया है। वह क्या कारण थे जो अंबेडकर को हारने का काम किया गया था। वह क्या मजबूरी थी कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को इस्तीफा देना पड़ा था? कांग्रेस ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का हमेशा अपमान किया। जबकि भाजपा ने पंच तीर्थ का निर्माण किया है। यह बाबा साहब की कृपा है। जो साक्षी महाराज सातवीं बार सांसद बने हैं और चाय बेचने वाले का बेटा तीसरी बार प्रधानमंत्री बना है।
कांग्रेस अभी भी देश का नुकसान करने में तुली है
साक्षी महाराज ने कहा कि कांग्रेस ने बदतमीजियों की सारी सीमाएं तोड़ दी हैं। गांधी परिवार ने देश का बंटवारा कराया है। जितना नुकसान करना तक कर चुका है । आज भी वह देश को बर्बाद करने में तुला हुआ है। लोकसभा में अध्यक्ष के आसन पर चढ़ गए। इसकी जितनी निंदा की जाए कम है।
भारत में विश्व को काल की गणना दी
भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। जो वैदिक संपदा हमारे पास से वह किसी के पास नहीं है। सारी दुनिया सो कर जागी नहीं थी। हमने चार वेद, छह शास्त्र और 18 पुराण बना दिए। काल की गणना को हमने प्रारंभ किया। यूरोप का दार्शनिक हिंदुस्तान की यात्रा करने के बाद जब वापस गया तो उसका पहला स्टेटमेंट था कि सारी दुनिया का दर्शन भारत के सामने ऐसे हैं जैसे सूर्य के सामने टिमटिमाता दीपक। आज तुलसी पूजन का दिन है। उन्होंने कहा कि विमल द्विवेदी जो भी कार्यक्रम करते हैं। वह ऐतिहासिक बन जाता है।
कुंभ का विरोध करने वालों की तुलना उल्लू से की
साक्षी महाराज ने कहा कि कुंभ का मेला विश्व का सबसे बड़ा मेला है और इसके लिए विश्व स्तरीय तैयारी की जा रही हैं। रामलीला मैदान से 11 जनवरी को वह स्वयं कुंभ क्षेत्र में ढोल नगाड़े के साथ प्रवेश करेंगे। सारा विश्व कुंभ मेले को देखने के लिए आ रहा है। विश्व की मीडिया भी कवरेज करने के लिए आ रही है। ऐसे में यदि कुछ नेताओं को ना दिखाई पड़े तो वही स्थिति है कि सूर्य निकले और उल्लू को ना दिखाई पड़े। इसमें सूर्य का कोई दोष नहीं। उल्लू का दोष है।
भारत मंदिरों का देश
एक सवाल के जवाब में साक्षी महाराज ने कहा कि भारत देश मंदिरों का देश है, वेदों, पुराणों का देश है। उन्नाव में ऐसा ऐसा कोई गांव नहीं होगा। जहां मंदिर ना हो। इस देश में कुछ जिहादी टाइप के लोगों ने मंदिरों को तोड़कर मस्जिद का रूप देने का प्रयास किया है। समझदार मुसलमान से वह आग्रह करते हैं कि स्वयं ही तय कर लें कि कहां कहां मंदिरों को तोड़कर मस्जिद बनाया गया है। छोड़ देंगे तो किसी प्रकार की विवेचना की जरूरत नहीं पड़ेगी। इस मौके पर तुलसी पूजन यात्रा के संयोजक नर सेवा नारायण सेवा के संस्थापक विमल द्विवेदी, हिन्दू जागरण मंच के जिला संयोजक अजय त्रिवेदी का विशेष योगदान रहा।