छात्रों को मिलेगी वित्तीय सहायता रामचंद्र कनौजिया ने कहा कि स्कीम में छात्रों को वित्तीय सहायता देकर पढ़ाया जाएगा। इसमें निगरानी तंत्र को और सुदृढ़ किया जाएगा। सोशल आडिट भी कराया जाएगा। मैट्रिकोत्तर छात्रवृत्ति योजना को लेकर उन्होंने कहा कि इसमें 2017 से 2020 तक लगभग 1100 करोड़ का बजट था। जिसे सरकार ने 2021 में बढ़ाकर 6000 करोड़ कर दिया है। योजना की राशि छात्रों के बैंक खातों में डीबीटी के माध्यम से सीधे भेजी जाएगी।