यह भी पढ़ें : Tokyo Olympics 2020: एथलीट प्रियंका बोलीं- पीछे छूटा डर, देश के लिए लाऊंगी पदक पति ने दर्ज कराई गुमशुदगी उन्नाव जिले के अजगैन थाना इलाके के नवाबगंज पुलिस चौकी क्षेत्र के सेवरा गांव का रहने वाला दीपक बीते चार साल से कुवैत में रहता है। फेसबुक के माध्यम से उसकी दोस्ती मेरठ जिले के भावनपुर थाना इलाके के जय भीम नगर की रहने वाली दो बच्चों की मां से हो गई। महिला ने दीपक से कुछ पैसे मांगे तो उसने अपने चचेरे भाई जैकी के हाथ 26 जुलाई को छह हजार रुपए भेजवा दिए। जब जैकी मेरठ पहुंचा तो महिला भी उसके साथ उन्नाव आ गई। उधर, महिला के पति द्वारा 27 जुलाई को मेरठ के भावनपुर थाने पर गुमशुदगी दर्ज करा दी।
जैकी ने महिला को भेज दिया वापस 29 जुलाई को जब जैकी महिला को लेकर उन्नाव अपने घर पहुंचा तो उसकी पत्नी ने नाराजगी जताते हुए उसे रखने से इंकार कर दिया जिसके बाद उसी दिन जैकी ने महिला को कानपुर से मेरठ जाने वाली ट्रेन में बैठा कर वापस भेज दिया। हालांकि, महिला अपने घर मेरठ नहीं पहुंची। बीते आठ अगस्त से महिला का पति उसे तलाशते हुए मेरठ पुलिस के साथ चौकी नवाबगंज पहुंचा।
पुलिस हिरासत में जैसी दारोगा सुरेश कुमार और सिपाही अनिल कुमार ने चौकी इंचार्ज प्रेम नारायन को बताया कि उनके इलाके में आने वाले गांव सेवरा का एक युवक मेरठ के थाना भावनपुर निवासी एक महिला अपने दो बच्चों के साथ आई है। जब पुलिस युवक को चौकी लाई तो सच सामने आया। पुलिस का कहना है कि महिला की तलाश की जा रही है। उसे लाने वाले युवक को हिरासत में लिया गया है।