2010 में 13 साल की लड़की का अपहरण मोहम्मद बावली शेख ने किया था
हिंदू जागरण मंच मैं अपने ज्ञापन में कहा है कि एक दिन में यह मामला खतरनाक स्थिति तक नहीं पहुंचा है। इसके पूर्व हुए घटनाक्रमों को संज्ञान लेना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि 2010 में 13 साल की एक स्थानीय लड़की को मोहम्मद बाबली शेख ने अपहरण कर मालदा, पश्चिम बंगाल, ले गया। शिकायत के बाद भी पुलिस ने हिन्दुओं की कोई मदद नहीं की गई। इसके बाद सन 2012 में शम्भू लाल रैगर बंगाल गया और उस बच्ची की जिहादियों के हाथों से निकाल लाया। यहां पर भी पुलिस मौन रही। अपने ज्ञापन में उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद से उसे राजसमन्द के बांग्लादेशी मुसलमान श्रमिकों द्वारा धमकाया और पीटा गया। परंतु पुलिस ने कोई मदद नहीं की। उन्हीं मुस्लिम श्रमिकों के एक समूह ने रेगर पर हमला किया। जिसमें उसकी हड्डियां टूट गई। पुलिस ने कोई मदद नहीं की। मदद के लिए लगातार लगाया। उसकी गुहार को भी राज्य सरकार ने नजरअंदाज किया। चूंकि सरकार उन्हें और उनके परिवार की रक्षा करने में असफल रही। इसलिए रैगर ने कानून अपने हाथ में ले लिया।
हिंदू जागरण मंच मैं अपने ज्ञापन में कहा है कि एक दिन में यह मामला खतरनाक स्थिति तक नहीं पहुंचा है। इसके पूर्व हुए घटनाक्रमों को संज्ञान लेना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि 2010 में 13 साल की एक स्थानीय लड़की को मोहम्मद बाबली शेख ने अपहरण कर मालदा, पश्चिम बंगाल, ले गया। शिकायत के बाद भी पुलिस ने हिन्दुओं की कोई मदद नहीं की गई। इसके बाद सन 2012 में शम्भू लाल रैगर बंगाल गया और उस बच्ची की जिहादियों के हाथों से निकाल लाया। यहां पर भी पुलिस मौन रही। अपने ज्ञापन में उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद से उसे राजसमन्द के बांग्लादेशी मुसलमान श्रमिकों द्वारा धमकाया और पीटा गया। परंतु पुलिस ने कोई मदद नहीं की। उन्हीं मुस्लिम श्रमिकों के एक समूह ने रेगर पर हमला किया। जिसमें उसकी हड्डियां टूट गई। पुलिस ने कोई मदद नहीं की। मदद के लिए लगातार लगाया। उसकी गुहार को भी राज्य सरकार ने नजरअंदाज किया। चूंकि सरकार उन्हें और उनके परिवार की रक्षा करने में असफल रही। इसलिए रैगर ने कानून अपने हाथ में ले लिया।
अफराजुल ने रैगर के पूरे परिवार को मारने की कसम खाई थी अफराजुल ने रैगर के पूरे परिवार को मारने की कसम खाई थी। इसलिए ये आत्मरक्षा में उठाया गया कदम हैं। क्योंकि उसके पास अब कोई विकल्प शेष नहीं बचा था। आज रेगर का परिवार गरीबी के कारण अच्छा वकील करने में असमर्थ है उसकी बेटी भी मानसिक रूप से विक्षिप्त है। उन्होंने प्रश्न उठाया मानवाधिकार के ठेकेदार अब चुप क्यों हैं। हिंदू जागरण मंच ने कहा है कि जब देश भर के जागरुक हिंदुओं ने उसके परिवार के लिए कुछ पैसे जमा करने लगे तो राजस्थान सरकार ने उसके बैंक खाते को सीज कर दिया। यहां तक की पुलिस दानदाताओं को गिरफ्तार करने की धमकी दे रही है। उन्होंने पूछा यह कहां का न्याय है।
वामपंथी व जिहादी शक्तियों की मंशा खतरनाक उन्होंने इसके पीछे वामपंथी एवं जिहादी शक्तियों का हाथ बताते हुए कहा कि उनका मकसद हिंदुओं का दमन धर्मातरण एवं आस्था पर चोट पहुंचाना है। ऐसे में हिंदू पहली बार उससे कार्य के लिए एकजुट हुए हैं जिसमें प्रदेश की सरकार विफल हो चुकी हो। उन्होंने केंद्र सरकार से इसमें दखल देने की मांग की है। ज्ञापन देने वालो मे प्रमुख रूप से जिला अध्यक्ष अजय त्रिवेदी, नगर अध्यक्ष विकास सिंह सेंगर, मनीष अवस्थी, धर्मेंद्र शुक्ला, मनीष पांडेय ,विष्णु शंकर अध्यक्ष मगरवारा, आकाश तिवारी, अंशू शुक्ला, अखिल मिश्रा,.पंकज शुक्ला, ऋतिक जैशवाल, शुभम कनौजिया, आयुष सोनी, शिवम तिवारी, धीरेन्द्र प्रताप, रोशन, क्षितिज शुक्ला, शिवसेवक त्रिपाठी, निशान्त शुक्ल, तरूण मिश्रा, राहुल कुमार, अमन सिंह, अभिषेक बाजपाई, अनितेक द्धिवेदी, जगदीश चन्द्र शुक्ला सहित सैकड़ों की संख्या में हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ता पदाधिकारी मौजूद थे।