जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार सदर तहसील में 7 बाढ़ केंद्र और चौकी बनाई गई है। यहां पर निजी क्षेत्र से 185 नाव की व्यवस्था की गई है। जबकि जिला प्रशासन ने शुक्लागंज में 10 नावों की व्यवस्था की है।
सफीपुर में 10 बाढ़ केंद्र-चौकी बनाए गए
सफीपुर तहसील में 10 बाढ़ केंद्र और चौकी बनाई गई है। निजी क्षेत्र से यहां पर 27 नावों की व्यवस्था की गई है। जबकि परियर घाट पर पांच नावों को लगाया गया है। बांगरमऊ तहसील में 11 बाढ़ केंद्र और चौकी बनाई गई है। निजी क्षेत्रों से यहां पर 43 नावों की व्यवस्था की गई है। जबकि प्रशासन की तरफ से 6 नावों को लगाया गया है।
निजी नावों को भी लगाया गया
बीघापुर तहसील में 6 बाढ़ केंद्र और चौकी बनाई गई है। निजी क्षेत्र से यहां पर 6 नावों की व्यवस्था की गई है। जबकि जिला प्रशासन ने पासनिया खेड़ा में दो नाव को लगाया है। हसनगंज तहसील में आठ बाढ़ केंद्र और चौकी स्थापित की गई है। पुरवा में छह बाढ़ केंद्र और चौकी की स्थापना की गई है। यहां पर निजी क्षेत्र से पांच नावों की व्यवस्था की गई है।
सदर तहसील में 45 परिवार प्रभावित
जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार सदर तहसील के गोताखोर मोहल्ले में 45 परिवार बाढ़ से प्रभावित हैं। जिन्हें खाद्यान्न किट का वितरण किया जा रहा है। जबकि बांगरमऊ में ग्राम गदनपुर आहार में 200 हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि प्रभावित हुई है।
गंगा का वर्तमान जलस्तर
आज सुबह गंगा का जलस्तर 111.960 मीटर पहुंच गया था। जो शाम को घटकर 111.900 मीटर हो गया है। जिला प्रशासन 24 घंटे गंगा नदी के जलस्तर पर निगरानी रख रहा है। हर घंटे की रिपोर्ट शासन को भेजी जा रही है।