सीएम आवास के सामने आत्मदाह की कोशिश करने वाली लड़के पिता की जेल में मौत की खबर से हंगामा मच गया। मामले में प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने डीजी जेल और जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है। उत्तर प्रदेश के डीआईजी लॉ एंड ऑर्डर ने बताया कि मामले में मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दे दिये गये हैं। युवक की मौत पुलिस कस्टडी के दौरान हुई है, किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
भाजपा प्रवक्ता बोले- होगी निष्पक्ष जांच भाजपा प्रवक्ता और ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने मामले में निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच उन्नाव से लखनऊ ट्रांसफर की जाएगी और पीड़ित परिवार को पूरा न्याय दिलाया जाएगा।
उन्नाव जिला अस्पताल के डॉक्टर अतुल ने बताया कि पेट दर्द और उल्टी की शिकायत के बाद उन्हें देर रात अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सोमवार सुबह उनकी मौत हो गई।
उत्तर प्रदेश में एक बार फिर लॉ एंड ऑर्डर के मुद्दे पर सरकार की किरकिरी हो रही है, वहीं विपक्ष के शब्दबाण और तीखे हो गये हैं। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उन्नाव की घटना पर तीखा तंज कसते हुए कहा कि ‘एन्काउंटरवाली’ सरकार में नारी आतंकित और अपराधी मस्त हैं। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में लॉ एंड ऑर्डर बद से बदतर है। बीजेपी विधायक पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली महिला सरकार से निराश होकर मुख्यमंत्री आवास पर आत्मदाह कर रही है। क्या यही है ‘एन्काउंटरवाली’ सरकार का ख़ौफ़ कि अपराधियों की जगह आज नारी आतंकित हो रही है।
मृतका की बेटी ने मीडिया से सामने भाजपा विधायक के भाई और उसके साथियों पर पिता की बेरहमी से हत्या के आरोप लगाये हैं। सपा प्रवक्ता जूही सिंह ने यूपी सरकार पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगाते हुए आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि विपक्ष जानना चाहता है कि सरकार इस मामले में भाजपा विधायक पर क्या कार्रवाई करती है। जूही सिंह ने सरकार और पुलिस को घेरते हुए कहा कि जब लड़की ने पहले ही कहा था कि उसकी और उसके परिवार की जान को खतरा है तो सुरक्षा क्यों नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एडीजी को तत्काल निलंबित करें नहीं तो खुद इस्तीफा दे दें।
कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि ट्वीट करते हुए लिखा है बलात्कार पीड़िता सीएम आवास के सामने आत्महत्या करने का प्रयास कर रही है और पुलिस कस्टडी में उसके पिता की मौत हो जा रही है। यूपी में गुंडाराज चल रहा है। पुलिस अपराधियों को बजाय पीड़ितों को ही गिरफ्तार कर रही है।
भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर ने मामले की जांच कराये जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि उन पर लगे सभी आरोप निराधार हैं। माखी थाने में महिला के हिस्ट्रीशीटर भाई पर कई मुकदमे दर्ज हैं। महिला ने मुझे बदनाम करने के लिये ऐसे गंभीर आरोप लगाये हैं।
कुलदीप सिंह सेंगर उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (2017) से ठीक पहले समाजवादी पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। कुलदीप को राजनीति में दल-बदलने का माहिर खिलाड़ी माना जाता है। कुलदीप सेंगर का राजनीतिक करियर उत्तर प्रदेश युवक कांग्रेस से शुरू हुआ। 2002 में कुलदीप ने बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। इसके बाद 2012 में वह समाजवादी पार्टी में शामिल हुए और उन्नाव के भगवंतनगर से विधायकी जीते। 2017 के एफिडेविट के मुताबिक, इनकी संपत्ति करीब दो करोड़ रुपये है, जो 2007 में 36 लाख रुपये थी। विधायक कुलदीप सेंगर माखी थाना क्षेत्र के सराय थोक निवासी हैं।