बता दें कि, सीएम डॉ मोहन यादव ने रविवार को वन विभाग की बैठक ली थी। जहां आला-अफसरों ने पूरी घटना की जानकारी दी। रिव्यू मीटिंग खत्म होने के बाद बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के डायरेक्टर गौरव चौधरी और एसडीओ फते सिंह निनामा को सस्पेंड कर दिया गया। इधर, सीएम ने वन विभाग को एलिफेंट टॉस्क फोर्स को गठित करने के निर्देश दिए हैं।
दरअसल, बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर गौरव चौधरी हाथियों की मौत के पहले छुट्टी पर गए थे। जब उन्हें इस मामले की जानकारी अधिकारियों द्वारा दी गई तो वह वापस नहीं लौटे और फोन भी बंद कर लिया। जिसके बाद अधिकारियों पूरी जानकारी सीएम तक पहुंचाई। इसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया। वहीं सहायक वन संरक्षक फते सिंह निनामा को जांच रिपोर्ट में लापारवाही बरतने के चलते निलंबित किया गया है।
सीएम ने वन विभाग को कहा है कि जहां-जहां खेती हो रही है। उसे कैसे बचाया जा सकता है। यह सुनिश्चित करना होगा कि हाथी फसलों को नष्ट न कर पाएं। बफर क्षेत्र में ग्रामीण समुदाय की भागीदारी और मानव के अस्तिव को सुनिश्चित कर सकें। ताकि एक-दूसरे के साथ जीना सीख सकें। अभी जो घटना हुई है। जनहानि पर आठ लाख रूपए मिलता था। इसे हमने बढ़ाकर 25 लाख रूपए प्रति व्यक्ति करने का निर्णय लिया है। जो दो परिवार के लोगों की मौत हुई। उनके परिवारों को इससे जोड़ा जाए।