कलेक्टर बुद्धेश कुमार वैद्य ने कहा कि अनाज उत्पादन में फिर पुराना पैटर्न वापस आ रहा है। मोटे अनाज की मांग बढी है। मोटे अनाज का उत्पादन गैर सिंचित भूमि में भी हो सकता है, ये अनाज हमें भरपूर पौष्टिकता देने के साथ ही बीमारी से निजात दिलाते हैं। जिले के किसान मोटे अनाज का उत्पादन करके भरपूर आय प्राप्त कर सकते हैं। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मिथिलेश मिश्रा ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में सरकार द्वारा विभिन्न उपकरणों को लाकर खेती को लाभ का धंधा बना दिया है। किसान मिलेट की खेती को अपनाकर अपनी तकदीर बदल सकते हंै। जीरो परसेंट में किसानों को ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसान मेले में बताई जा रही बातों का श्रवण करे और खेती करें। कार्यक्रम में सी ई ओ जिला पंचायत इला तिवारी, जिला डिंडौरी के सिलपरी चांडा से आई मिलेट के ब्रांड एम्बेसडर लहरी बाई, एस डी एम टी आर नाग, जनपद सदस्य, उप संचालक कृषि खेलावन डेहरिया, जिला समन्वयक एन आर एल एम चन्द्र भान सिंह, अनुराग शुक्ला, जनप्रतिनिधि धनुषधारी सिंह, अशुतोष अग्रवाल, पंकज तिवारी, कमलेश गुप्ता, सहायक यंत्री कृषि, सरपंच सहित किसान गण उपस्थित रहे। कार्यक्रम में जिला डिंडौरी के सिलपरी चांडा से आई मिलेट के ब्रांड एम्बेसडर लहरी बाई का सम्मान किया गया।
मिलेट मेला में विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी
कृषि उपज मंडी में आयोजित मिलेट मेला में विभिन्न विभागों द्वारा अपने विभाग से संबंधित शासकीय योजनाओं की जानकारी प्रदर्शनी लगाई गई। प्रदर्शनी में बेबर बीज चलाने वाली कृषक ब्रांड एम्बेसडर लहरी बाई ने हिस्सा लेते हुए हरवाही कुटकी, बहरी कोदो, भूरा कोदो, हिरवा, खीरा, कुम्हड़ा, मलागार ज्वार, बड़ा कोदो, लाल कलकी, बेला राहर आदि की प्रदर्शनी लगाई। इसका अवलोकन मुख्य अतिथि सहित अन्य अतिथियों ने किया। इसी तरह कृषि विभाग द्वारा विभिन्न कृषि यंत्रों, पशु पालन विभाग , ग्रामीण आजीविका मिशन, नगर पालिका उमारिया के द्वारा हितग्राही मूलक योजनाओं की प्रदर्शनी लगाई गई।