अलसुबह 4 बजे निकाला
उमरिया जिले के बड़छड़ गांव में खेलते वक्त एक चार वर्ष का बालक गुरुवार सुबह करीब 11 बजे बोरवेल में गिर गया था। जिसे सुरक्षित बाहर निकालने के लिए एनडीआरएफ की टीम लगातार 15 घंटे से रेस्क्यू ऑपरेशन कर रही थी, लेकिन अफसोस की बात है कि बच्चा दम तोड़ चुका था, बच्चे का शव बाहर आते ही पूरे गांव में मातम पसर गया, हर आंख नम हो गई वहीं बच्चे के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है।
खेल रहा था बच्चा
ग्रामीण संतोष दुबे का 4 साल का बेटा गौरव अपने दोस्त के साथ घर के बाहर खुले मैदान में खेल रहा था तभी घटना हुई। बालक खेलते-खेलते खेत में खुले बोरवेल में गिर गया। बताया जा रहा है कि 150 से 200 फिट गहरे बोरवेल में मासूम 30 से 40 फिट अंदर फंसा था। रेस्क्यू टीम खुदाई करते हुए सुरंग बनाकर निकालने का प्रयास कर थी, लेकिन बालक को नहीं बचाया जा सका। बताया गया कि बालक गिरते वक्त बोर के अंदर उल्टा गिरा था। जिस वजह से बालक का सिर नीचे और पैर ऊपर था। खेत मालिक ने अभी कुछ माह पहले इस खेत में बोर कराया था लेकिन बोर के अंदर पानी निकासी सही न होने की वजह से बोर को बिना केसिंग डाले ही छोड़ दिया था।
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रात भर खड़े रहे कलेक्टर-एसपी बच्चे को बोरवेल से बाहर निकालने के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए एनडीआरएफ की टीम सहित एडीजीपी शहडोल जोन डीसी सागर, कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक प्रमोद सिन्हा एसडीएम सहित पुलिस एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम रात भर मौजूद थी। बालक के मूवमेंट को देखने के लिए कैमरा भी सेट किया गया था। लेकिन कोई मूवमेंट नहीं था, इसके अलावा बोरबेल में स्वाथ्य विभाग द्वारा लगातार ऑक्सीजन सप्लाई की जा रही थी। बालक गौरव को सुरक्षित बाहर निकालने के प्रयास के दौरान पोकलेन मशीन बुलाई गई थी। मशीन की मदद से घटना स्थल के नजदीक गहरा गड्ढ़ा खोदा गया था । बालक बोर के अंदर 27 फिट पर मौजूद रहा था । सुबह 4 बजे रेस्क्यू पूरा हुआ । बालक को निकालने के बाद अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।