ग्राम पंचायत धमनी का मामला, तत्कालीन सरपंच, सचिव और पटवारी पर कार्रवाई
जीवित महिला को मृत बताकर उसकी जमीन अपने नाम करवाने के मामले में तत्कालीन धमनी सरपंच सहित पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। तीनों को कार्ट में पेश किया गया। वर्तमान में तीनों आरोपी जिला जेल उमरिया में न्यायिक अभिरक्षा में हैं। मामले में नौरोजाबाद थाने में वर्ष 2022 में प्रकरण दर्ज किया गया था, लेकिन अभी तक आरोपियों को पकड़ा नहीं जा सका था।
जानकारी के अनुसार वर्ष 2013 में तत्कालीन सरपंच ग्राम पंचायत धमनी ने सचिव एवं पटवारी के साथ मिलीभगत कर अपनी विधवा चाची सुक्खो बाई की 40 एकड़ जमीन अपने नाम करवा ली थी। 9 वर्षों बाद जब चाची को पता चला तो न्यायालय की शरण में गई जहां से जमीन में उसका नाम तो दर्ज हो गया, लेकिन तत्कालीन सरपंच जमीन नहीं छोड़ रखा था। इसकी रिपोर्ट नौरोजाबाद थाने में 30 अप्रैल 2022 को हुई जिसमें धारा 420, 467, 468 और 120 ठ के तहत मामला दर्ज किया गया और 3 आरोपी नामित किए गए। तत्कालीन सरपंच ग्राम पंचायत धमनी कुंवर सिंह, तत्कालीन सचिव ग्राम पंचायत धमनी ननकू सिंह एवं तत्कालीन पटवारी ग्राम धमनी धरमशाह सिंह। 2 दिन पूर्व आरोपियों को पुलिस अभिरक्षा में लेकर न्यायालय में पेश किया गया जहां से जेल भेज दिया गया है। बीते 2 सालों से आरोपी धनबल और बाहुबल के दम पर गांव में ही रहते थे लेकिन पुलिस इनको गिरफ्तार नहीं करती थी। जब मामला उच्च अधिकारियों के संज्ञान में मामला आया तो तीनों आरोपियों को पकड़ा गया।
यह है पूरा मामला
एडिशनल एसपी प्रतिपाल सिंह महोबिया ने बताया कि थाना नौरोजाबाद अंतर्गत ग्राम धमनी में वृद्ध महिला सुक्खो बाई के पति रिटई सिंह गोड़ का वर्ष 2001 के आसपास निधन हो गया था। सुक्खो बाई की एकमात्र बेटी थी जिसकी शादी के बाद सुक्खो बाई का पालन पोषण करने का झांसा देकर रिश्ते के भतीजे तत्कालीन सरपंच कुंवर सिंह पिता मन्ना सिंह ने उसे अपने पास रख लिया। कुंवर सिंह ने वर्ष 2013 में पंचायत सचिव ननकू सिंह और पटवारी धर्मशाह सिंह से साठगांठ करके ग्राम सभा में फर्जी प्रस्ताव पास कर सुक्खो बाई को मृत घोषित कर उसकी 40 एकड़ जमीन अपने नाम करवा ली। मामले की शिकायत 9 वर्ष बाद पुलिस तक पहुंची तो 30 अप्रैल 2022 को मामला दर्ज किया गया।