आज शाम 6.30 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिव की नगरी उज्जैन में महाकाल लोक का लोकार्पण करके आमजन को समर्पित करेंगे। मोदी 15 फीट के कलेवा से बने शिवलिंग से पर्दा हटाकर महाकाल लोक का लोकार्पण करेंगे। महाकाल के आंगन में लगभग 856 करोड़ रूपए की लागत से बन रहे देश के सबसे लंबे मंदिर कारिडोर श्री महाकाल लोक के पहले चरण के संपन्न कार्य का लोकार्पण करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार शाम 5 बजे उज्जैन पहुंचेंगे। हालांकि, पीएम के जारी शेड्यूल के अनुसार, वे शाम 6 बजे महाकाल मंदिर पहुंचेगे, यहां 30 मिनट ध्यान और अभिषेक पूजन करने के बाद वो श्री महाकाल लोक को लोकार्पित करेंगे। लोकार्पण के बादे पीएम यहां आमसभा को संबोधित भी करेंगे।
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वीडियो में देखें महाकाल लोक का अद्भुत नजारा
धर्म सभा का कैलाश खेर करेंगे महाकाल स्तुति गायन
शिप्रा नदी के तट पर स्थित कार्तिक मेला ग्राउंड में मोदी की धर्मसभा के लिए विशाल डोम तैयार किया जा चुका है। धर्म सभा में करीब 1 लाख लोगों के आने की संभावना है। धर्म सभा की शुरुआत गायक कैलाश खेर द्वारा गाए जाने वाले महाकाल स्तुति गायन से होगी। खास बात ये है कि, लोकार्पण समारोह शिव दीपावली उत्सव के रूप में मनाया जाएगा। उज्जैन में घर-घर दीप जलाए जाएंगे। प्रदेश के 51 हजार से ज्यादा गांवों के मंदिरों में भी कार्यक्रम होंगे। वहीं, प्रधानमंत्री जिस रास्ते से गुजरेंगे, वहां आकर्षक लाइटिंग, चित्रकारी और साज सज्जा का भी विशेष इंतेजाम किया गया है। महाकाल लोक और सभास्थल एसपीजी की सुरक्षा में आ चुका है।
देश का सबसे लंबा मंदिर कॉरिडोर, कुल 940 मीटर में शिव लोक की बसाहट
आधिकारिक जानकारी के अनुसार, महाकाल लोक यानी महाकाल कॉरिडोर बनने से श्रद्धालुओं के उपयोग के लिए पहले उपलब्ध 2.82 हेक्टेयर का मंदिर परिसर अब 20.23 हेक्टेयर हो गया है। यहां 108 स्तंभों पर शिव के आनंद की विभिन्न मुद्राएं उकेरी गई हैं। कॉरिडोर में 190 से अधिक प्रतिमाएं, देश की सबसे लंबी म्यूरल वॉल, 100 से ज्यादा कीर्ति स्तंभ हैं। श्री महाकाल लोक बनने से मंदिर परिसर 20 गुना फैल गया है। मंदिर का क्षेत्रफल 2.82 हेक्टेयर से रूद्र सागर समेत 46.5 हेक्टेयर हो जाएगा। श्रद्धालुओं के लिए मंदिर परिसर में 20.23 हेक्टेयर खाली स्थान भी मिलेगा। ये देश का सबसे लंबा मंदिर कॉरिडोर है। यहां कुल 940 मीटर में शिव लोक बसाया गया है। ये काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर से करीब 3 गुना बड़ा है।
यह होगा लाभ
पहले प्रमुख पर्व पर पीक अवर में एक समय में 40-50 हजार लोग परिसर और होल्डिंग एरिया में जमा हो पाते थे. क्राउड मैनेजमेंट एक्सपर्ट का आकलन है कि अब यह क्षमता दो लाख श्रद्धालुओं की हो जाएगी। इसके अलावा एक साथ 10 लाख श्रद्धालुओं को दर्शन करने की सुविधा मिल जाएगी. पहले यह क्षमता नागपंचमी जैसे पर्व पर अधिकतम 4 से 5 लाख तक सीमित थी। अधिकारियों के अनुसार मंदिर परिसर में कतार में सबसे आखिर में खड़े व्यक्ति को दर्शन कर बाहर आने में यदि तीन घंटे का समय भी लगता है तो भी अब एक दिन में 8-10 लाख लोग आसानी से दर्शन कर सकेंगे।
50 देशों में होगा लाइव प्रसारण
उज्जैन में होने वाले महाकाल लोक के लोकार्पण समारोह का दुनियाभर के कई देशों में लाइव प्रसारण होगा. जानकारी के अनुसार महाकाल लोक के लोकार्पण समारोह का 50 देशों में लाइव प्रसारण किया जा रहा है. इसके तहत 40 देशों में बसे मप्र के एनआरआइ से बात हो चुकी है. सीएम शिवराजसिंह चौहान और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने एनआरआइ से वर्चुअल मीटिंग कर सहमति ले ली है।
आकर्षण का केंद्र हैं ये वाटिकाएं
-सबसे सुंदर संध्या वाटिका
महाकाल लोक परिसर में फैसिलिटी सेंटर के नजदीक जो वाटिका बनाई गई है उसे संध्या वाटिका का नाम दिया गया है। वाटिका के बीच आदि शिव योग मुद्रा में विराजित हैं। आसपास इसे बेलों से ढांका जा रहा है। वाटिका में पीछे पर्वत का दृश्य बनाया गया है। साथ ही विभिन्न प्रकार और विभिन्न रंगों की लाइटिंग की गई है। वाटिका पूरी तरह तैयार होने पर यहां दिन में भी रात होने जैसा आभास होगा, इसे नाइट गार्डन कहा जा रहा है, जो देश में अपनी तरह का पहला प्रयोग है। रात में भी ये वाटिका पूरी तरह रंगीन रोशनी से नहा जाएगी।
-हरिहर वाटिका
भगवान शिव और विष्णु से जुड़ी गाथा और शिवांश को मूर्तियों में प्रदर्शित किया है।
-त्रिदेवी वाटिका
यहां मां सरस्वती, मां लक्ष्मी और मां पार्वती की मूर्तियां हैं। दर्शाया गया है कि, इनके बिना शिव भी कार्य में असमर्थ हो रहे हैं।
-वृंदावन वाटिका
इस वाटिका में मूर्ति की जगह कृष्ण तुलसी के पौधे लगाए हैं।